आरोपी को ढुंढने आई जमुई पुलिस ने किया बगोदर स्वास्थ्य कर्मियों के साथ मारपीट
- स्वास्थ कर्मियों ने थाना प्रभारी को हटाने की मांग करते हुए किया हड़ताल
- स्वास्थ्य कर्मियों के अचानक हड़ताल पर जाने से परेशान रहे मरीज
गिरिडीह। बिहार के जमुई पुलिस पर स्वास्थ कर्मियों के साथ मारपीट करने का आरोप लगाकर बुधवार को गिरिडीह के बगोदर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के कर्मियों ने जमकर हंगामा किया। इस दौरान बगोदर थाना प्रभारी नीतीश कुमार को तत्काल थाना से हटाने की मांग करते हुए सभी अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गए। अचानक कर्मियों के हड़ताल पर जाने से मरीजों को भी परेशान होते देखा गया। इस दौरान बगोदर स्वास्थ्य केंद्र के सारे कर्मी बाहर धरना पर बैठ गए और डीसी व एसपी से बगोदर थाना प्रभारी के खिलाफ कारवाई की मांग करते हुए कहा कि सिर्फ बगोदर थाना प्रभारी की लापरवाही के कारण ही जमुई पुलिस ने सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के दो कर्मियों के साथ मारपीट किया।
जानकारी के अनुसार घटना मंगलवार की देर रात की बताई जा रही है, जब जमुई पुलिस बगोदर थाना पहुंची। एक हत्याकांड के संदिग्ध आरोपी की तलाश में जमुई पुलिस आई थी। लेकिन बगोदर थाना प्रभारी ने मामले को लापरवाही में लेते हुए जमुई पुलिस के साथ बगोदर थाना के एक चौकीदार को संदिग्ध आरोपी को गिरफ्तार करने बगोदर सामुदायिक स्वास्थ केंद्र भेज दिया। जबकि नियमतः दूसरे दूसरे राज्य की पुलिस के आने बाद संबंधित थाना को एक जिम्मेवार एएसआई या एसआई रेंक के अधिकारी के साथ भेजा जाता है, लेकिन जमुई पुलिस मामले में बगोदर थाना पुलिस ने लापरवाही किया।
बगोदर थाना के चौकीदार को लेकर जमुई पुलिस सीधे सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र के सरकारी आवास चला गया। जहां जमुई पुलिस जिस संदिग्ध विष्णुदेव को खोजने पहुंची थी। उसके नही मिलने के बाद जमुई थाना पुलिस ने उसी सरकारी आवास में रहने वाले दो स्वास्थ कर्मी एमपीडब्ल्यू जित्तेंद्र कुमार और लैब टेक्नीशियन नजरूल अंसारी के साथ मारपीट की।
बताया यह भी जा रहा है विष्णुदेव गिरिडीह के तिसरी का रहने वाला है और स्वास्थ विभाग में इसकी पोस्टिंग बगोदर सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में कंप्यूटर ऑपरेटर पद पर है।