दुल्हन बनने से पूर्व युवती ने फांसी लगाकर की आत्महत्या
- गुरुवार की सुबह होनी थी हल्दी की रस्म, अपने कमरे में फंदे से लटकर दी जान
- काफी देर तक दरवाजा नही खुलने पर पिता ने तोड़ा दरवाजा
- जांच में जूटी नवडीहा पुलिस, नहीं मिला कोई सुसाईट नोट
गिरिडीह। गिरिडीह के जमुआ के नवडीहा ओपी के सियातांड़ के बहराडीह गांव में दुल्हन बनने से पहले ही फांसी लगाकर अपनी इहलीला समाप्त कर ली। बहराडीह के गांव के रहने वाले महेन्द्र मंडल की 19 वर्षीय बेटी काजल को गुरुवार की सुबह हल्दी लगना था और लगभग सारी तैयारी भी बुधवार की देर रात ही निपटा लिया गया था। शनिवार को काजल की शादी थी। लेकिन गुरुवार की सुबह जब हल्दी लगाने की रस्म होनी थी, लेकिन हल्दी लगने से पूर्व ही काजल ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली।

गुरुवार की सुबह जब काजल ने अपने कमरे का दरवाजा नहीं खोला, तो उसके पिता ने खिड़की से झांक कर देखा तो बेटी शव फंदे से झूलता हुआ दिखा। पिता महेंद्र मंडल ने अपने परिजनों के सहयोग से दरवाजा तोड़ा और कमरे के अंदर गए। इस दौरान घटना की जानकारी नवडीहा ओपी की पुलिस को भी दी गई। सूचना मिलते ही पुलिस भी घटनास्थल पहुंची और काजल के शव को नीचे उतार कर पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल भिजवाया।
इधर बेटी का शव देख कर मां बार-बार बेसुध हो रही थी। फिलहाल, काजल ने आत्महत्या क्यूं की, इस बात का खुलाशा नहीं हो पाया है। क्योंकि मृतका के पास से कोई सुसाइड नोट भी बरामद नही हुआ है।