आकांक्षा द्वारा डंप किए जा रहे कचरे से परेशान लोग चरणबद्ध आंदोलन के लिए हुए बाध्य
- कचरा लाने वाले वाहनों को करीब दो घंटे तक रोका, गेट के सामने गिराया कचरा
- 2017 के ट्रांसपोर्ट नगर को कचड़ा डंपिंग यार्ड बनाने जाने की हो जांच: राजेश सिन्हा
- शहर के बीचों बीच कचरा डंप कर प्रदुषण फैला रही है आकांक्षा और नगर निगम: शिवम आजाद
गिरिडीह। शहरी क्षेत्र के बीचों बीच स्थित नगर निगम के वार्ड नंबर 18 के अंतर्गत आने वाले झींझरी मुहल्ला के समीप बने ट्रांसपोर्ट नगर में आकांक्षा मैनेजमेंट के द्वारा किए जा रहे कचरा डंप और कचरा में आग लगाने से होने वाले प्रदुषण से आस पास के लोगों का जीना मुहाल हो गया है। पिछले वर्ष से ही उक्त मामले को लेकर लगातार आंदोलन किए जाने के बाद भी विभागीय स्तर पर कोई कार्रवाई नही की जा रही है। परिणाम स्वरूप अब स्थानीय लोगों का आक्रोश बढ़ता ही जा रहा है। इसी क्रम में गुरुवार को स्थानीय लोगों ने माले नेता राजेश सिन्हा और पूर्व वार्ड पार्षद शिवम आजाद के नेतृत्व में शहर का कचरा लेकर पहुंचे वाहनों को रोक दिया और नगर निगम के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। करीब दो घंटे तक आक्रोश व्यक्त करने के बाद भी जब कोई अधिकारी मौके पर नही पहुंचे तो कचरा को डंप यार्ड के दरवाजे पर ही गिरवा दिया।
मौके पर माले नेता राजेश सिन्हा ने कहा कि वर्ष 2017 में उक्त स्थल पर ट्रांसपोर्ट नगर के नाम से शिलान्यास किया गया था और 10 लाख 97 हजार की लागत से बाउंड्री वाल कराया गया था। लेकिन बाद में इसे कचरा डपिंग याड बना दिया गया। जहां पूरे शहर का कचरा फैकने के साथ ही उसे नष्ट करने के लिए आग लग दिया जाता है। जिससे उठने वाला बदबूदार धूवां स्थानीय लोगों के लिए परेशानी का सबब बना हुआ है। उन्होंने जिला प्रशासन से ट्रांसपोर्ट नगर को किस परिस्थित में डपिंग यार्ड बनाये जाने की जांच की मांग की।
वहीं पूर्व वार्ड पार्षद शिवम आजाद ने कहा कि विगत तीन वर्षों से ट्रांसपोर्ट नगर को कचरा डपिंग यार्ड बनाकर रख दिया गया है। कचरा डंप करने से न सिर्फ बदबू से लोग परेशान है बल्कि कचरा में आग लगाने के बाद उठने वाले धूएं से आस पास का पर्यावरण पूरी तरह से दुषित हो गया है। जिससे झिंझरी मुहल्ला के साथ साथ बस स्टेंड, अफ्सर कॉलोनी, कोलडीहा, मोहलीचुवां सहित आस पास के इलाके में रहने वाले लोग प्रभावित हो रहे है। कहा कि आकांक्षा के द्वारा डंप किए जा रहे कचरे से परेशान लोग अब चरणबद्ध आंदोलन को बाध्य हो गए है। जिसके तहत आज कचरा लाने वाले वाहनों को रोका गया है। इसके बाद भी अगर विभागीय स्तर पर कोई कार्रवाई नही की गई तो बाध्य होकर अधिकारियों के कार्यालय के समक्ष कचरा डंप किया जायेगा, जिसकी शुरूआत नगर निगम कार्यालय से की जायेगी।