सूफिया परवीन मामले का खुलासा करने पर कई पुलिस पदाधिकारी हुए सम्मानित
- 13 दिन में सूफिया परवीन के सिर कटी लाश मामले का किया गया था उद्भेदन
- आईजी मानवाधिकार अखिलेश झा, एसएसपी रांची सुरेंद्र कुमार झा सहित अन्य हुए सम्मानित
रांची। रांची के ओरमांझी में हुए सूफिया परवीन हत्याकांड मामले का 13 दिनों में खुलासा करने पर डीजीपी एमवी राव ने सोमवार को रांची के एसएसपी सुरेंद्र कुमार झा सहित कई पुलिस पदाधिकारियों व कर्मियों को सम्मानित किया। इस मौके पर आईजी मानवाधिकार अखिलेश झा, एसएसपी रांची सुरेंद्र कुमार झा, ग्रामीण एसपी रांची नौशाद आलम, डीएसपी हेडक्वार्टर 1 नीरज कुमार, डीएसपी सिल्ली चंद्रशेखर आजाद, डीएसपी खलारी मनोज कुमार डीएसपी साइबर यशोधरा कुमारी, ओरमांझी थाना प्रभारी और इंस्पेक्टर असित कुमार मोदी, दरोगा विनय कुमार यादव को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया।
विदित हो कि ओरमांझी थाना क्षेत्र के जीराबार जंगल से बीते तीन जनवरी को सिर कटी लाश मिलने के बाद डीजीपी ने 15 जनवरी को झारखंड पुलिस मुख्यालय में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित कर कहा था कि ओरमांझी हत्याकांड का खुलासा करने में शामिल पुलिस अधिकारी और पदाधिकारियों को सम्मानित किया जाएगा। उक्त मामले का खुलाशा रांची एसएसपी सुरेन्द्र झा सहित अन्य पुलिस पदाधिकारियों द्वारा 13 दिन में कर दिया गया।
क्या था मामला
रांची के ओरमांझी थाना क्षेत्र के जीराबार जंगल से बीते तीन जनवरी को सूफिया परवीन नाम की युवती का सिर कटा शव मिला था। 12 जनवरी को युवती का सिर चंदवे निवासी आरोपी शेख बिलाल उर्फ छोटू के खेत से बरामद किया गया था। आरोपी की पत्नी की निशानदेही पर पुलिस को सफलता हाथ लगी थी। हत्याकांड का मुख्य आरोपी शेख बिलाल और उसकी पत्नी को रांची पुलिस ने 14 जनवरी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया था।