तीन अगस्त को संकल्प सभा आयोजित करेगी पोषण सखी
- नौकरी वापसी के लिए कोर्ट से लेकर सड़क पर संघर्ष तेज होगा: संजय पासवान
कोडरमा। आंगनबाड़ी पोषण सखी अपने संघर्ष को तेज करने के लिए तीन अगस्त को संकल्प सभा सह सम्मेलन का आयोजन करेगी। यह निर्णय ब्लॉक परिसर स्थित तालाब पार्क में जिलाध्यक्ष गायत्री पासवान की अध्यक्षता व अंजुम प्रवीण के संचालन में हुई पोषण सखी समन्वय समिति (सीटू) के बैनर तले आयोजित बैठक में लिया गया। बैठक को सम्बोधित करते हुए मज़दूर नेता सह सीटू राज्य कमिटी सदस्य संजय पासवान ने कहा कि तीन हजार रुपये प्रति माह की नौकरी कर जीवन यापन करने वाली राज्य के छह जिलों गोड्डा, दुमका, गिरिडीह, धनबाद, चतरा और कोडरमा के आंगनबाड़ी केंद्रों में कार्यरत 10388 पोषण सखी को झारखंड सरकार ने एक झटके में उनकी सेवा को समाप्त कर दिया और उन्हें बेरोजगार बना दिया। इसके लिए जितना झारखंड सरकार जिम्मेवार है, उससे ज्यादा केंद्र की मोदी सरकार जिम्मेदार है, क्योंकि यह योजना केंद्र प्रायोजित योजना है। केंद्र सरकार ने पैसा राज्य को देना बंद कर दिया है, लेकिन हेमंत सरकार को वैकल्पिक व्यवस्था करनी चाहिए थी।
कहा कि आंगनबाड़ी केन्द्रों में बहुत ही कम मानदेय पर काम करने वाली दस हजार पोषण सखी को हटाने के कारण पूरे राज्य में हेमंत सरकार की छवी खराब हो रही है, इसलिए बिना देरी किए हेमन्त सरकार अपना फैसला वापस ले और पोषण सखी की नौकरी बहाल करे। कहा कि सीटू के पहल पर नौकरी वापसी के लिए कोडरमा जिला की तरफ़ से पोषण सखी ने झारखंड हाई कोर्ट में याचिका दायर कर दिया है। अब कानूनी लड़ाई के साथ साथ नौकरी वापसी के लिए सड़कों पर संघर्ष तेज होगा।
बैठक में अंजुम प्रवीण, सुलेखा वर्मा, निशा भारती, रजनी, आरती देवी, सुनीता देवी, सोनम कुमारी, सिमरन, रीता, शिल्पी, मंजू, पूजा, प्रीति, उर्मिला, नैन्सी, कुमारी प्रीति, फूलकुमारी, आशा, सरिता, डोली, आरती, अंजु, पिंकी, अनीता, कुमारी सरिता, रेखा, मोनिका ठाकुर, सुवन्ती, सोनी, विनीता यादव, सुष्मा, चंपा, मुन्नी, वीणा, ललिता, देवंती सहित दर्जनों पोषण सखी मौजूद थी।