माकपा का रायडीह ब्रांच सम्मेलन सम्पन्न, शहीदों को किया याद
कोडरमा। जनसवालों पर आंदोलन तेज करने के संकल्प के साथ मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी रायडीह ब्रांच का तीसरा सम्मेलन शुक्रवार को मुकेश यादव की अध्यक्षता में सम्पन्न हो गया। सम्मेलन की शुरुआत सीपीएम के राज्य सचिवमंडल सदस्य संजय पासवान के द्वारा पार्टी का लाल झंडा फहराकर किया गया। जहां पार्टी नेताओं और कार्यकर्ताओं के द्वारा शहीद वेदी पर माल्यार्पण कर जनवादी आंदोलन में मारे गए साथियों और कोरोना महामारी से हुई लाखों लोगों की मौत पर शोक व्यक्त कर एक मिनट का मौन रखा गया। इस दौरान शहीद साथियों को लाल सलाम, लाल झण्डा जिन्दाबाद, दुनिया के मजदूरों एक हो, सीपीआईएम जिन्दाबाद आदि गगनचुंबी नारे भी लगाए गए। सम्मेलन में जिला कमिटी सदस्य परमेश्वर यादव ने पिछले तीन सालों का राजनीतिक सांगठनिक प्रतिवेदन प्रस्तुत किया। जिस पर पार्टी सदस्यों ने महत्वपूर्ण सुझाव दिया और रिपोर्ट को सर्वसम्मती से पारित किया गया।
देश से संविधान और लोकतंत्र खत्म करने की हो रही साजिश
सम्मेलन का विधिवत उदघाटन करते हुए माकपा के जिला सचिव असीम सरकार ने कहा कि देश आज बहुत बुरे दौर से गुजर रहा है। कोरोना काल में हजारों लोगों ने अपनों को खो दिया, बच्चे यतीम हो गए। दूसरी तरफ केन्द्र सरकार की नीतियों के कारण देश में बेरोजगारों की फौज खड़ी हो गई है। वहीं रोज रोज डीजल पेट्रोल के दाम बढ़ने से महंगाई के कारण आम लोगों का जीना मुश्किल हो गया है। मोदी सरकार की गलत नीतियों के खिलाफ बोलने वालों की आवाज दबाई जा रही है और संविधान व लोकतंत्र को खत्म करने की साजिश हो रही है। ऐसे में सीपीआईएम को जनता की आवाज बनना होगा।
मुकेश यादव बने सचिव
सम्मेलन में 12 सदस्यीय ब्रांच कमिटी के लिए मुकेश यादव को सर्वसम्मती से सचिव चुना गया। समापन भाषण करते हुए माकपा के राज्य सचिवमंडल सदस्य संजय पासवान ने कहा कि पूरे दुनिया में मजदूरों का राज्य कायम हो, मनुष्य के द्वारा मनुष्य का शोषण न हो और शोषण मुक्त समाजवादी व्यवस्था का निर्माण हो। यही मार्क्सवाद का मूल्य सिद्धान्त है। इस लक्ष्य को हासिल करने के लिए छात्र, युवा, मजदूर, किसान और महिलाओं के मुद्दे पर उन्हें संगठित कर व्यापक आंदोलन खड़ा करना होगा। सम्मेलन में चेतलाल दास, अजय स्वर्णकार, सहदेव यादव, राजेन्द्र स्वर्णकार, रामसागर यादव, धर्मेन्द्र यादव आदि शामिल थे।