रेलवे का ई-टिकट बनाकर बेंचने वाले शातिर धंधेबाज को गिरिडीह के सरिया के आरपीएफ ने किया गिरफ्तार
गिरिडीहः
रेलवे की ई-टिकट की दलाली करने वाले एक शातिर आरोपी को गिरिडीह के सरिया हजारीबाग रेलवे पुलिस बल ने गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार आरोपी हजारीबाग के विष्णुगढ़ के नवादा गांव का रहने वाला मुस्ताक अंसारी है। सोमवार को गिरफ्तार अपराधी मुस्ताक की जानकारी देते हुए आरपीएफ इंस्पेक्टर पंकज कुमार ने बताया कि मुस्ताक अंसारी एक गिरोह बनाकर ई-टिकट की दलाली करता रहा है। धनबाद रेलवे मंडल से जारी डाटा के आधार पर मुस्ताक ई-टिकट बनाता था। इसके लिए आरोपी डाटा की चोरी करता था। जानकारी देते हुए बताया कि आरपीएफ के पदाधिकारी ने बताया कि मुस्ताक कोई आईआरटीसी का एजेंट नहीं है। बल्कि, यह अपने व्यक्तिगत आईडी से रेलवे का ई-टिकट बनाया करता था। इसके लिए मुस्ताक ने एक यूट्यूब चैनल से रियल मैंगो नामक एक साॅफ्टवेयर की खरीदारी किया। इसके लिए आरोपी मुस्ताक ने पेटीएम के माध्यम से 2200 सौ रुपया का भुगतान किया था। इसी साॅफ्टवेयर के सहारे मुस्ताक रेलवे की ई-टिकट बनाने का गौरखधंधा करता रहा है। रेलवे के पदाधिकारी ने बताया कि अब तक मुस्ताक आठ से दस टिकट बनाकर ग्राहकों को बेंचा। इसके लिए इसने अपने 80 व्यक्गित आईडी का इस्तेमाल किया। पदाधिकारी ने बताया कि पूरे मामले का खुलासा होने के बाद रेलवे के आरपीएफ की टीम ने पहले गुप्त सूचना के आधार पर हजारीबाग के नगर थाना पुलिस के सहयोग से इसके नवादा गांव स्थित सोहाना ट्रेवल दुकान पहुंचा। जहां से मुस्ताक का लेपटाॅप, पासपोर्ट और आॅनलाईन के कई आवेदन के साथ फोटो काॅपी के मशीन बरामद किए गए। जिसे जब्त कर लिया गया।