प्राइवेट स्कूल्स एण्ड चिल्ड्रेन वेलफेयर एसोसिएशन का प्रांतीय सम्मेलन संपन्न
कोडरमा/राँची। प्राइवेट स्कूल्स एण्ड चिल्ड्रेन वेलफेयर एसोसिएशन (पासावा) की राज्य इकाई का प्रांतीय सम्मेलन शुक्रवार को राँची के हिनू स्थित शिवानी इंटरनेशनल होटल में आयोजित हुआ। सम्मेलन का विधिवत उद्घाटन एसोसिएशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष शमायल अहमद, झारखण्ड सरकार के वित्त मंत्री डॉ रामेश्वर उरांव, स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता, कृषि मंत्री बादल पत्रलेख व प्रदेश अध्यक्ष आलोक कुमार दूबे ने संयुक्त रुप से दीप प्रज्वलित कर किया।
सरकार को समस्याओं से कराया अवगत
एकदिवसीय सम्मेलन में प्राइवेट स्कूल्स एंड चिल्ड्रेन वेलफेयर एसोसिएशन ने निजी स्कूलों की समस्याओं की ओर राज्य सरकार का ध्यान आकृष्ट करायाा। वहीं राज्य के वित्त एवं खाद्य आपूर्ति मंत्री डॉ रामेश्वर उरांव, स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता और कृषि मंत्री बादल पत्रलेख ने सम्मेलन में हिस्सा लेकर निजी स्कूल संचालकों और छात्र-छात्राओं तथा अभिभावकों की समस्याओं के समाधान का भरोसा दिलाया।
सरकार उठा रही आवश्यक कदम डाॅ रामेश्वर उरांव
वित्तमंत्री डॉ रामेश्वर उरांव ने कहा कि वर्तमान समय में भारत ही नहीं, बल्कि दुनिया के विभिन्न देशों में कोरोना संक्रमण के दूसरे लहर का खतरा उत्पन्न हुआ है। ऐसे में विशेष सतर्कता बरतने की जरूरत है और सरकार भी हर पहलुओं को ध्यान में रखकर आवश्यक कदम उठा रही है। कहा कि झारखंड के निजी विद्यालय अच्छा काम कर रहे है।
प्रभावित अभिभावकों को राहत दे स्कूल बन्ना गुप्ता
स्वास्थ्य और आपदा प्रबंधन मंत्री बन्ना गुप्ता ने कहा कि कोरोना संक्रमण की स्थिति पर सरकार पूरी तरह से नजर बनाये हुए हैं। यही कारण है कि आठवीं से नीचे की कक्षा में अभी पढ़ाई नहीं शुरू की गयी है। नर्सरी से लेकर आठवीं कक्षा तक विद्यालय खोलने को लेकर मुख्यमंत्री स्तर पर नीतिगत निर्णय लिया जाएगा। उन्होंने निजी स्कूल संचालकों से अपील करते हुए कहा कि कोरोना संक्रमण काल में प्रभावित अभिभावकों को राहत दें।
2009 की शिक्षा कानून हो लागू शमायल
पासावा के राष्ट्रीय अध्यक्ष शमायल अहमद ने कहा कि कोरोना संक्रमणकाल में देशभर में निजी स्कूल संचालकों को कई गंभीर समस्याओं का सामना करना पड़ा है, ऐसे में केंद्र और राज्य सरकारों से सहयोग की अपेक्षा है। उन्होंने कहा कि देश के सभी राज्यों में शिक्षा का अधिकार कानून 2009 में लागू हुआ, लेकिन भाजपा सरकार ने 2019 में झारखंड में एक साजिश के तहत इस कानून को खत्म करने की कोशिश की। उन्होंने झारखण्ड में भी 2009 के शिक्षा के अधिकार कानून को शत-प्रतिशत लागू करने की मांग की।
बच्चों की शिक्षा हो रही है प्रभावित आलोक
सम्मेलन की अध्यक्षता करते हुए पासावा के प्रदेश अध्यक्ष आलोक कुमार दूबे ने कहा कि करीब 14 महीने से नर्सरी से लेकर सातवीं कक्षा तक की पढ़ाई बंद है। कुछ स्कूलों में ऑनलाइन पढ़ाई की व्यवस्था जरूर की गयी है, लेकिन इस दौरान छोटे बच्चों की पढ़ाई बुरी तरह प्रभावित हुई हैं। वहीं निजी स्कूल संचालकों के समक्ष भी गंभीर आर्थिक संकट की स्थिति उत्पन्न हो गयी है। ऐसे में सशर्त निजी स्कूलों को अविलम्ब खोलने की अनुमति दी जानी चाहिए ताकि राज्य में संचालित करीब 20 हजार से अधिक निजी स्कूल के संचालकों, शिक्षकों शिक्षिकाओं, कर्मचारियों के साथ-साथ इन स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों और उनके अभिभावकों की कठिनाई दूर हो सके।
ये हुआ निर्णय
सम्मेलन में विभिन्न बिंदुओं पर चर्चा के उपरांत महत्वपूर्ण प्रस्ताव पारित किए गए। इन प्रस्तावों में प्रमुख रूप से झारखंड सरकार से एक अप्रैल से कक्षा नर्सरी से लेकर आठवीं तक के विद्यार्थियों के लिए भी स्कूल खोलने की अनुमति, निःशुल्क और अनिवार्य बाल शिक्षा अधिनियम (आरटीई) 2009 को राज्य में पूरी तरह से लागू करने, अधिनियम के अंतर्गत सभी प्राइवेट स्कूलों को मान्यता देने, कोरोना काल के दौरान सभी प्रकार के टैक्स और बिजली बिल माफ करने, आर्थिक तंगी के कारण बंद हो गये विद्यालयों को बैंकों से ऋण मुहैय्या कराने, सरकारी स्कूलों को दिये जाने वाले लाभ को निजी विद्यालयों को भी मुहैय्या कराने को लेकर राज्य सरकार से आग्रह करने का निर्णय लिया गया।
इन्होने किया संबोधित
सम्मेलन में सीबीएसई जिप्सा के प्रदेश अध्यक्ष अभय मिश्रा, डीएवी स्कूल के प्रिंसिपल एमके सिन्हा, केरेली स्कूल के प्राचार्य सीजे जैकब, संत जेवियर स्कूल के प्राचार्य फादर संजय केरकेट्टा, सचिदानन्द ज्ञान भारती स्कूल के संचालक अमरेश कुमार श्रीवास्तव, जाने माने चिकित्सक व शिक्षाविद डा मोजीब आलम, पासवा के प्रदेश महासचिव लाल किशोर नाथ शाहदेव, डा राजेश गुप्ता छोटू, एसके तामंग के साथ-साथ कोडरमा जिला की ओर से डॉ बीएनपी वर्णवाल, अनिल कुमार, नीलकंठ वर्णवाल ने भी अपने विचार प्रकट किये।
इनकी रही उपस्थिति
सम्मेलन का संचालन हरविंदर कौर एवं सुप्रिता झा ने किया वहीं धन्यवाद ज्ञापन निशा भगत ने किया। सम्मेलन में प्रदेश उपाध्यक्ष अनीश हैदर, प्रदेश महासचिव नीरज सहाय, प्रदेश महासचिव अनिल कुमार, संयुक्त सचिव मुमताज आलम, कोडरमा जिला अध्यक्ष डॉ बीएनपी वर्णवाल, बोकारो जिला अध्यक्ष विधा गौतम, ,गिरीडीह जिला अध्यक्ष अजय कुमार सिन्हा, पूर्वी सिंहभूम जिला अध्यक्ष सुभाष उपाध्याय, जमशेदपुर महासचिव हुजैफा आलम, विनीता पाठक, रुबी कुजूर, अनिल कुमार, मुमताज आलम, प्रवीण कुमार, दिलीप कुमार यादव, हीरामन मिस्त्री, नीलकंठ वर्णवाल, राजेश सिन्हा, मुन्ना बर्णवाल, मनी सिंह, रामचंद्र कुमार, दिलीप बर्णवाल, नितेश सिंह, आनंद भारती, पंकज कुमार, निसार अहमद समेत कई संचालक, संचालिका, प्राचार्य एवं राज्य भर के प्रतिनिधि उपस्थित थे।