गांवा सामुदायिक स्वास्थ केन्द्र में प्रसूता और नवजात की मौत के बाद जांच के लिए पहुंचे एसडीएम समेत अन्य पदाधिकारी
सिस्टम की लापरवाही के कारण हुआ कलंकित करने वाली घटना, उसी सिस्टम में शामिल अधिकारी पहुंचे जांच करने
कंलकित करने वाली घटना पर अफसोस तक जाहिर नहीं किया प्रशासन और स्वास्थ विभाग ने
गिरिडीहः
डिलीवरी के लिए खाट पर ले जाने के दौरान बीच रास्ते में नवजात को जन्म देने के बाद जच्चा-बच्चा के हुए मौत की घटना के दुसरे दिन खानापूर्ति के लिए जांच टीम गांवा सामुदायिक स्वास्थ केन्द्र पहुंची। जांच टीम में धनवार एसडीएम धीरेन्द्र कुमार सिंह के साथ जिला मलेरिया पदाधिकारी सत्यवती हेम्ब्रम, गांवा बीडिओ मधु कुमारी और सीओ अरुण खलको भी शामिल थे। अधिकारियों ने इस दौरान सामुदायिक स्वास्थ के हालात को तो देखा ही। साथ ही जांच के दौरान अधिकारियों ने यह भी पाया कि तिसरी में एक स्वास्थ केन्द्र और लक्ष्मीबथान गांव में आवागमन की सुविधा नहीं रहने के कारण भी यह दर्दनाक घटना हुई। गांवा सामुदायिक स्वास्थ केन्द्र में दो चिकित्सकों की प्रतिनियुक्ती में एक भी चिकित्सक के नहीं रहने का मामले को भी जांच टीम ने लापरवाही के रुप में ही पाया। लिहाजा, एसडीएम ने मामले को लेकर गांवा बीडिओ के साथ तिसरी के पदाधिकारियों को कड़ा अल्टीमेटम देते हुए कहा कि सिर्फ हवा-हवाई वाले विकास से काम नहीं चलेगा। क्योंकि फंड रहते हुए भी आवागमन की सुविधा बहाल नहीं है। तो हर हाल में इलाके में ये सुविधा बहाल होनी चाहिए। वैसे जांच के दौरान गर्भवती महिला को चार लोगों द्वारा खाट पर लिटाकर टांगते हुए पैदल जर्जर रास्तों से गांवा सामुदायिक स्वास्थ केन्द्र तक पहुंचने को गंभीरता से तो जरुर लिया। लेकिन घटना को लेकर एक भी पदाधिकारी ने अफसोस जाहिर नहीं किया। बहरहाल, सिस्टम की लापरवाही ने एक प्रसूता को उसके नवजात के साथ जीवन से हाथ धोने पर मजबूर कर दिया। लेकिन घटना के दुसरे दिन भी स्थानीय प्रशासन ने मामले में अफसोस का एक शब्द तक नहीं बोला। जिसे पीड़ित परिवार के दर्द को कम किया जा सकता। बताते चले कि शुक्रवार को गांवा सामुदायिक स्वास्थ केन्द्र पहुंचने के क्रम में एक गर्भवती महिला की मौत तब हुई। जब उसने बीच रास्ते में गर्भ में पल रहे नवजात को जन्म दिया। कोई सुविधा नहीं रहने के कारण प्रसूता के पति सुनील टुडु समेत अन्य रिश्तेदार उसे खाट पर लिटाकर जर्जर रास्ते से पैदल ही गांवा सामुदायिक स्वास्थ केन्द्र पहुंचे थे।