विजय दिवस पर गिरिडीह के सरस्वती शिशु विद्या मंदिर स्कूल में हुआ कार्यक्रम का आयोजन
देश के वीरता भरे इतिहास से शासकों ने अक्सर युवाओं से छिपायाः सूबेदार
गिरिडीहः
विजय दिवस के 50वीं वर्षगांठ के मौके पर गुरुवार को गिरिडीह के सरस्वती शिशु विद्या मंदिर स्कूल में कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में रिटायर्ड सूबेदार जर्नादन राय शामिल हुए। तो स्कूल के प्राचार्य शिव कुमार चाौधरी ने सूबेदार को श्रीफल भेंट कर सम्मानित किया। इस दौरान कार्यक्रम में मौजूद छात्रों के बीच रिटायर्ड सूबेदार ने कहा कि साल 1971 के पाकिस्तान के खिलाफ की लड़ाई देश के बेहद महत्पूर्ण है। क्योंकि इसी लड़ाई में भारतीय सेना ने पाकिस्तान के 93 हजार सैनिकों को घुटने टेंकने पर मजबूर कर दिया था। रिटायर्ड सूबेदार ने मौके पर 1971 के जंग को छात्रों के बीच याद कराते हुए कहा कि इसी लड़ाई के बाद पूर्वी पाकिस्तान को पाकिस्तान से आजाद कराकर नवोदित मुल्क के रुप में बांग्लादेश का जन्म हुआ था।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए स्कूल के प्राचार्य शिव कुमार चाौधरी ने कहा कि पाकिस्तान के नीतियों से तंग हो कर तत्कालीन प्रेसिडेंट ने भारत से सहयोग मांगा था। इसके बाद तत्कालीन पीएम ने देश की सेना को पूर्वी पाकिस्तान भेजा। और लड़ाई लड़ी। जिसमें पाकिस्तान को मुंह की खानी पड़ी। लेकिन भारत के वीरता को देश के शासकों ने युवाआंे से छिपाने का काम किया। प्राचार्य ने यह भी कहा कि सत्ता में बैठे लोगों ने कभी भी देश के इतिहास को युवाओं से हर बार छिपाया। जिसका खामियाजा आज भी देश भुगत रहा है। इस बीच कार्यक्रम में शिक्षक अजीत मिश्रा, नलिन कुमार, राजीव सिन्हा, राजेन्द्र लाल बरनवाल, मनोज चाौधरी समेत कई शिक्षक और छात्र-छात्राएं मौजूद थे।