पीएम मोदी पर तो जमकर बरसे मंत्री, लेकिन कितने आईसीयू बेड और भेंटीलेटर बढ़ाए गए, इसका जवाब देने से स्वास्थ मंत्री ने खड़ा किया हाथ
गिरिडीह पहुंचे स्वास्थ मंत्री, कहा केन्द्र सरकार के सहयोग बगैर कई सुविधाएं बढ़ायी गई
गिरिडीहः
महागठबंधन के प्रत्याशी सह मंत्री हफीजुल के समर्थन में प्रचार करने जा रहे राज्य के स्वास्थ मंत्री बन्ना गुप्ता शुक्रवार को गिरिडीह पहुंचे। इस दौरान शहर के सर्किट हाउस में मंत्री गुप्ता का स्वागत सदर विधायक सुदिव्य कुमार सोनू, सिविल सर्जन डा. सिद्धार्थ सन्याॅल, कांग्रेस के जिलाध्यक्ष नरेश वर्मा और कांग्रेस नेता नवीन आनंद, डा. आशीष मोहन सिन्हा ने बुके देकर किया। राजनीतिक विचार-विमर्श के बाद परिसदन भवन में पत्रकारों से बातचीत के दौरान मंत्री बन्ना गुप्ता ने केन्द्र के मोदी सरकार पर तो जमकर बरसें। लेकिन राज्य में स्वास्थ सुविधाओं से जुड़े कई सवालों पर कन्नी काटा। तो कोरोना काल के दौरान पूरे सूबे में आईसीयू के कितने बेड बढ़ाए गए, इनके आंकड़े की जानकारी होने से भी स्वास्थ मंत्री ने हाथ खड़ा कर दिया। जाहिर है कि जब स्वास्थ मंत्री के पास आईसीयू बेड के बढ़े हुए आंकड़ो की जानकारी नहीं है। तो सूबे का स्वास्थ सुविधा कितना दुरुस्त हो पाएगा। यह समझा जा सकता है। इधर सर्किट हाउस में प्रेसवार्ता के दौरान मंत्री ने हालात को देखते हुए ही राज्य में आईसीयू बेड की संख्या बढ़ाया गया है। हालांकि मंत्री ने कहा कि स्थिति को देखते हुए ही कोरोना काल में ही 560 भेंटीलेटर खरीदा गया। तो अतिरिक्त भेंटीलेटर खरीदने की प्रकिया में तेजी लाई गई है।
लेकिन गिरिडीह में ठप पड़े आईसीयू सुविधा बहाल किए जाने से जुड़े सवालों का जवाब देते हुए मंत्री ने कहा कि संक्रमण की दुसरी लहर घातक जरुर है। लिहाजा, प्रयास हो रहा है जल्द गिरिडीह में आईसीयू की सुविधा दुरुस्त हो सके। बातचीत के क्रम में मंत्री गुप्ता ने पूर्ववर्ती रघुवर सरकार पर तंज कसते हुए कहा कि जिन हालातों में हेंमत सरकार को शासन मिला। वह बेहद कष्टदायी है क्योंकि सबसे बदहाल स्वास्थ विभाग ही था। जिसे अब दुरुस्त करने की प्रकिया पर काम चल रहा है। मंत्री ने मोदी सरकार पर तंज कसते हुए कहा कि बगैर केन्द्र सरकार के सहयोग के कोरोना के दुसरे संक्रमण से पहले राज्य में 15 हजार बेड लगाएं गए। कोरोना के दस्तक देने के वक्त राज्य में एक भी आरटीपीसीआर लैब नहीं था। और अब सात आरटीपीसीआर लैब है तो आरटीपीसीआर के 28 मशीन से कोरोना के सैंपलों की जांच की जा रही है। 137 टूर्नट मशीन शुरु किए गए। और संसाधनो को बढ़ाते हुए 192 कोविद सेंटर चालू किया गया। राज्य के प्राईवेट नर्सिंग होमों की मनमानी से जुड़े सवालों पर मंत्री ने कहा कि बढ़ते संक्रमण को देखते हुए हर प्राईवेट नर्सिंग होम को सख्त निर्देश दिया गया है कि आपदा को कोई नर्सिंग होम अर्थादोहन का मौका नहीं बनाएं। स्टेबिलसमेंट एक्ट में जितने प्रावधान है। उन तमाम प्रावधानों का पालन हर नर्सिंग होम को करना होगा।
बढ़ते संक्रमण और माइक्रो कंटेनमेंट जोन बनाने को लेकर गिरिडीह प्रशासन द्वारा किए जा रहे लापरवाही को लेकर मंत्री ने कहा कि हालात कुछ खराब जरुर हुए है। लेकिन लोग हेंमत सरकार पर भरोषा करें कि स्थिति को समान्य करने को लेकर पूरा ताकत झोंका जाएगा। वैसे इलाकों को चिन्हित किया जाएगा। जहां कोरोना का प्रभाव सबसे अधिक है। ऐसे में माइक्रो कंटेनमेंट जोन पर भी तेजी से काम किया जाएगा। इधर सर्किट हाउस पहुंचने पर स्वास्थ मंत्री का स्वागत कांग्रेस नेता उपेन्द्र सिंह, अजय सिन्हा मंटु, प्रो. मुकेश साहा, बलराम यादव, मदन विश्वकर्मा समेत काफी कांग्रेस नेताओं ने स्वागत किया।