नहीं थम रहा है बादीडीह मुखिया का विरोध
- ग्रामीण लगातार लगा रहे हैं कई आरोप, बैठक कर की कार्रवाई की मांग
गिरिडीह। गावां प्रखंड के बादीडीह में इन दिनों ग्रामीणों द्वारा स्थानीय मुखिया का विरोध बढ़ता जा रहा है। इतना ही नहीं बादीडीह पंचायत के ग्रामीण गोलबंद हो कर बादीडीह मुखिया के खिलाफ कई आरोप लगाते हुए उन्हें हटाने की मांग भी कर रहे है।
बता दें कि इसे लेकर मंगलवार की दोपहर बादीडीह पंचायत भवन में ग्रामीणों की आम बैठक हुई। जिसमे उपमुखिया अशोक यादव सहित पंचायत के कई लोग उपस्थित रहे। बैठक में बादीडीह मुखिया द्वारा पंचायत भवन में लगाए गए सोलर लाइट को अपने घर में लगाए जाने का, पंचायत भवन के जनरेटर को अपने घर में रखने का, मनरेगा योजनाओं को अपने आईडी से नही छोड़े जाने का, कार्य में मनमानी करने सहित कई बातों को लेकर विरोध किए। इसके साथ ही पूर्व प्रभारी बीडीओ को आवेदन दिये जाने के बावजूद कोई ठोस पहल नहीं होने को लेकर नाराजगी भी जताया।
मौके पर उपस्थित बादीदीह के उपमुखिया अशोक यादव ने बाडीडीह के मुखिया प्रतिनिधि विजय यादव पर आरोप लगाते हुए कहा कि पंचायत के मुखिया द्वारा अपने आईडी में फंसे मनरेगा योजनाओं को मंजूरी नही दी जा रही है वहीं वे अपने करीबी लोगों को तत्काल रूप से कार्य दे रहे है। आखिर गरीबों द्वारा बनाए गए रेकड़ में क्या गड़बड़ी है जो उन्हें मुखिया प्रतिनिधि द्वारा आगे नहीं बढ़ने दिया जा रहा है। साथ ही उन्होंने बताया कि मुखिया प्रतिनिधि का कहना है कि पंचायत में मनरेगा में मैं चलता हूं मुझे जिनका मन करेगा उसे दूंगा। इसके साथ ही उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि अगर मुखिया द्वारा अपने रवैए में सुधार नहीं लाया जाता है तो वे सभी वार्ड सदस्यों के साथ मिल कर मुखिया के वित्तीय शक्ति को जब्त करेंगे।
इसके अलावा पवन यादव ने मुखिया पति विजय यादव पर आरोप लगाते हुए कहा कि उनके द्वारा मनरेगा मजदूरों का लगातार शोषण किया जा रहा है। उनका कहना है कि जो भी दे रहे है वो हम दे रहे है। कोई भी व्यक्ति अगर ऑनलाइन करवाता भी है तो उसे मुखिया के आईडी से छोड़ा नहीं जाता है। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि पंचायत भवन का सारा सामान चाहे वो जेनरेटर हो, कुर्सी हो, सोलर लाइट हो मुखिया पति द्वारा सब कुछ अपने घर में रख कर प्रयोग में लाया जा रहा है।
बताया कि अगर किन्ही भी व्यक्ति को कोई भी कार्य हो तो मुखिया द्वारा पंचायत भाव में बुलाया जाता है और उनके साथ अभद्रता पूर्ण व्यवहार का प्रयोग किया जाता है। साथ ही साथ बताया कि मुखिया प्रतिनिधि भिखी विद्यालय में सहायक शिक्षक भी है मगर उनके द्वारा पठन पाठन का कार्य न कर मुखिया के कुर्सी में बैठकर लोगों को प्रताड़ित किया जाता है।