वक्त के साथ बच्चों को अपडेट रखना जरूरी: राज्यपाल
- श्री दिगंबर जैन विद्यालय के विद्यार्थियों के लिए ऑनलाइन निःशुल्क शिक्षा शुरू
- राज्यपाल ने रांची से किया आॅनलाइन शिक्षा का शुभारंभ
कुलदीप कुमार
कोडरमा। वक्त के साथ चीजें तेजी से बदल रही है अगर हम बच्चों को समय के साथ नहीं बदल सकें तो उनके लिए आने वाला समय मुश्किल भरा हो सकता है। एक शिक्षक और एक अभिभावक होने के नाते हम बच्चों को सिखाते हैं उसे हम अपने जीवन में कितना लागू कर रहे हैं इस पर ध्यान देना जरूरी है। उक्त बातें झारखंड की महामहिम राज्यपाल द्रोपदी मुर्मू ने बुधवार को रांची से श्री दिगंबर जैन विद्यालय के वर्ग 7 से 10 तक के बच्चों के लिए ऑनलाइन निःशुल्क शिक्षा का शुभारंभ करते हुए अपने संबोधन में कहीं। उन्होंने कहा कि स्कूल प्रबंधक को चाहिए कि हर बच्चा हर तरह की गतिविधियों में हिस्सा लेते रहे।
उन्होंने जीवन में नैतिक मूल्यों के महत्व को बताते हुए कहा कि बच्चे भविष्य के नींव है। हर व्यक्ति जीवन में अपने लिए कार्य करता है लेकिन जो समाज या व्यक्ति जन सेवा का कार्य करता है उसकी प्रशंसा करते हुए उनके कार्यों को भुलाया नहीं जा सकता है। महामहिम राज्यपाल ने अपने 8 मिनट के संबोधन में यह भी कहा कि बच्चों को अच्छी शिक्षा मिले इसके लिए श्री दिगंबर जैन विद्यालय आगे आकर पहल किया है। बच्चों के शारीरिक मानसिक के साथ-साथ शैक्षणिक विकास और आर्थिक उत्थान की योजना बनाई है जो काफी सराहनीय है।
बच्चों की पढ़ाई हेतु अभिभावकों की परेशानी को देखकर लिया निर्णयः चेयरमैन
विद्यालय के चेयरमैन किशोर पाण्डया ने पुणे से ऑनलाइन जुड़ कर कहा कि वर्तमान में वह दिल्ली में रहकर व्यवसाय कर रहे हैं और झुमरीतिलैया उनकी जन्मभूमि, शिक्षण भूमि रही है और जैन विद्यालय में भी पठन-पाठन किया है। बताया कि एक सप्ताह पूर्व मुंबई में स्कूल के बाहर अभिभावकों को यह गिड़गिड़ाते हुए देखा की बच्चों को ऑनलाइन पठन-पाठन में विद्यालय जोड़ें क्यूंकि अभिभावकों की नौकरी या व्यवसाय पूरी तरह से कोविड-19 में चैपट हो गई है। ऐसे में बच्चों की पढ़ाई में बाधा ना आए इसके लिए उन्होंने झुमरीतिलैया श्री दिगंबर जैन विद्यालय में कक्षा 7 से 10 तक के लगभग डेढ़ सौ बच्चों को निःशुल्क शिक्षा ऑनलाइन दी जाएगी और अभिभावकों पर बोझ न बने इसके लिए निकट भविष्य में वैसे बच्चे जिनके पास एंड्राइड फोन नहीं है उनकी वैकल्पिक व्यवस्था के बारे में भी समाज और विद्यालय पहल करेगा।
उन्होंने यह भी कहा कि खून का रिश्ता अपना हो यह जरूरी नहीं,अनजान रिश्ता एक प्यार की डोर से बंध कर अपनत्व रिश्ता बन जाता है। महामहिम राज्यपाल को भी इस रिश्ते पर अधिकार और विश्वास है इसीलिए मैं राज्यपाल को धर्म बहन बनाया हूं और झुमरीतिलैया के छोटे से इस परिवार में शिक्षा के लिए पहल किया हूं। वही जैन समाज के मंत्री ललित जैन ने राज्यपाल का अभिनंदन करते हुए कहा कि जैन समाज मानव सेवा के क्षेत्र में अग्रणी भूमिका निभाता रहा है और शिक्षा के क्षेत्र में तन मन धन से भी सहयोग कर रहा है।
विद्यालय के लिए स्वर्णिम पल: पिंकी जैन
निवर्तमान वार्ड पार्षद पिंकी जैन ने कहा कि आज का दिन जैन समाज और जैन विद्यालय के लिए ऐतिहासिक दिन है। झारखंड की महामहिम राज्यपाल द्रोपदी मुर्मू के द्वारा इस नेक कार्य में अपना बहुमूल्य समय देना स्वर्णिम पल है। सभी बच्चों की निःशुल्क ऑनलाइन पढ़ाई का खर्चा वहन करने वाले जैन विद्यालय के चेयरमैन समाजसेवी किशोर जैन पांड्या जैन समाज के गौरव हैं कोरोना काल के इस दुख भरे समय में मानवता की सेवा और जरूरतमंदों की सेवा के लिए उनकी यह नेक सोच एक मिसाल है।
कल से शुरू होगी ऑनलाइन क्लासेस
विद्यालय के संयोजक सुनील जैन छाबड़ा ने कहा कि वर्तमान में 15 महिनों से पठन पाठन ठप है और बच्चों को गुणवत्ता पूर्ण शिक्षा मिले इसके लिए 24 जून से ऑनलाइन क्लासेस शिक्षकों के द्वारा उपलब्ध कराई जाएगी। उन्होंने विद्यालय के बारे में प्रकाश डालते हुए कहा कि वर्तमान में 450 छात्र विद्यालय में शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं। बच्चों को अंग्रेजी माध्यम के साथ-साथ खेलकूद कंप्यूटर एवं अन्य गतिविधियों में आगे लाने का प्रयास किया जा रहा है। आने वाले दिनों में अन्य कक्षाओं में भी ऑनलाइन पठन-पाठन करवाया जाएगा।
कार्यक्रम की शुरुआत में मंगलाचरण साजन मुस्कान ने की और कार्यक्रम का मंच संचालन विद्यालय के इंचार्ज पंडित अभिषेक जैन ने किया। धन्यवाद ज्ञापन किशोर पांडेया ने किया। मौके पर विद्यालय कमेटी के मनीष सेठी, नवीन सेठी, राजेश पाण्डया, संदीप सेठी समाज के सुशील छाबड़ा, राज छावड़ा जयकुमार गंगवाल विद्यालय के प्राचार्य ध्रुव देव झा, संजय ढोल्या, राजकुमार अजमेरा, सुनील बड़जात्या, नवीन जैन, राज्यपाल के आप्तसचिव जेपी दास, मेजर अपूर्व शर्मा के अलावा जूम एप पर झारखंड एवं देश के विभिन्न राज्यों से समाज के लोग और शुभचिंतक जुड़कर कार्यक्रम को सफल बनाया।