गिरिडीह कोर्ट में हुआ राष्ट्रीय लोक अदालत का आयोजन, 10 बेंच में 925 मामलों का निष्पादन
कोरोना नियमों की भी उड़ी धज्जियां, हर बेंच में रही पक्षकारों की भीड़
गिरिडीहः
गिरिडीह व्यवहार न्यायलय में राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकार की और से शनिवार को राष्ट्रीय लोक अदालत का आयोजन किया गया। लेकिन व्यवहार न्यालय में हुए लोक अदालत की व्यवस्था दुरुस्त नहीं रहने के कारण ही पक्षकारों और संबधित विभागों की भीड़ ने कोरोना नियमों की धज्जियां भी खूब उड़ाई। हालात ऐसे थे कि जिला विधिक सेवा प्राधिकार द्वारा गठित हर बेंच में लोगों की भीड़ भरी हुई थी। यहां तक अधिकांश के चेहरे से माॅस्क तक गायब थे। लिहाजा, इसी भीड़ के बीच राष्ट्रीय लोक अदालत का उद्घाटन प्रधान जिला एंव सत्र न्यायधीश वीणा मिश्रा, कुटुंब न्यायलय की प्रधान जिला एंव न्यायधीश कुमारी रंजना अस्थाना, फस्र्ट एडीजे राम बाबू गुप्ता, सेकेंड एडीजे कुमार दिनेश समेत कई न्यायिक पदाधिकारियों ने दीप जलाकर किया। मौके पर प्रधान जिला एंव सत्र न्यायधीश वीणा मिश्रा ने लोक अदालत को न्यायलयों में बढ़ते अनावश्यक मुकदमों से मुक्त होने का सुलभ रास्ता बताई। तो कहा कि पूरे देश में राष्ट्रीय लोक अदालत का आयोजन किया जा रहा है।
इधर एक दिवसीय लोक अदालत के दौरान सड़क हादसे का शिकार हुए दो अलग-अलग मामलों के दावेदारांे के बीच सात लाख के क्लेम के चेक का भुगतान प्रधान जिला एंव सत्र न्यायधीश वीणा मिश्रा समेत अन्य न्यायिक पदाधिकारियों ने किया। वहीं राष्ट्रीय लोक अदालत में ही अलग-अलग बेंचो में उत्पाद विभाग, बिजली विभाग, वन विभाग, माप-तौल विभाग से जुड़े मामलों के निष्पादन के लिए 10 बेंचो का गठन किया गया। जिसमें 925 मामलों का निष्पादन किया गया। तो इन विभागों को ही पक्षकारों और विधिक सेवा प्राधिकार के आपसी समझौते के तहत दो करोड़ पांच लाख का राजस्व भी हासिल हुआ। इधर लोक अदालत को सफल बनाने में न्यायलय के न्यायिक पदाधिकारियों के साथ न्यायलय के कर्मियों ने महत्पूर्ण भूमिका निभाया।