प्रज्ञा केंद्र से जोड़े गये नाबार्ड प्रायोजित सभी एफ़पीओ
- प्रज्ञा केंद्र से सेवायें प्रदान कर आमदनी कर सकेगा एफपीओ: डीडीएम
गिरिडीह। ज़िला में नाबार्ड प्रायोजित कुल 09 प्रखंडों के 22 एफ़पीओ (किसान उत्पादक संगठन) को शुक्रवार को गिरिडीह समाहरणालय परिसर में स्थित कार्यालय में कॉमन सर्विस सेंटर (प्रज्ञा केंद्र) से जोड़ा गया। प्रज्ञा केन्द्रों से जुडने के बाद किसान उत्पादक संगठन ग्रामीणों को बीमा, पेंशन, ई-सिटिज़न, ई- ज़िला सेवा, एनआईओएस पंजीकरण, ई श्रम पंजीकरण, शिक्षा, टेलीमेडिसिन, टेलीलाव आदि वित्तिय एवं गैर वित्तिय सेवाएँ प्रदान कर सकते हैं। किसान उत्पादक संगठन प्रज्ञा केंद्र के माध्यम से 600 से भी अधिक सेवाओं (बी2बी/बी2सी/सी2सी/जी2सी आदि) को पहुंँचा कर अपनी आमदनी भी कर सकते हैं।
सीएससी मैनेजर पप्पु कुमार ने एफ़पीओ को सीएससी से जोड़ने की जानकारी देते हुए कहा कि एफ़पीओ को प्रज्ञा केंद्र के संचालन संबंधी प्रशिक्षण भी दिया जाएगा। मौके पर नाबार्ड गिरिडीह के ज़िला विकास प्रबन्धक आशुतोष प्रकाश ने कहा कि किसान उत्पादक संगठन डिजिटल इंडिया मिशन को आगे ले जाने का काम करेंगे एवं किसान भाई प्रज्ञा केन्द्र के माध्यम से घर बैठे उच्च श्रेणी के खाद, बीज़, कीटनाशक आदि इफ़्फ़्को किसान एवं अन्य कम्पनियों से मंँगा सकते हैं। बैंकिंग सेवा, केसीसी आवेदन, सामाजिक सुरक्षा बीमा के अलावे डिजिटल सेवा अंतर्गत किसान भाई अपने उत्पादों को बाज़ार से भी जोड़ सकते हैं। उन्होने बताया कि भारत सरकार के डिजिटल कृषि योजना (पीएम-स्वामित्व , जीआईएस टैग, ब्लॉक चेन कृषि आदि) में एफ़पीओ एवं सीएससी अत्यंत महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे।