ताराटांड़ के बसमता जंगल से गिरफ्तार तीनों नक्सली युवा निकले किसान कमिटी के सदस्य
- पुलिस जांच में एक हथियार पाया गया नकली, दूसरे हथियार निकले ऑरिजनल
गिरिडीह। गिरिडीह के ताराटांड़ थाना इलाके के वीराडीह बसमता जंगल से अत्याधुनिक हथियारों और केन बम के साथ गिरफ्तार तीनों युवक प्रतिबंधित नक्सली संगठन भाकपा माओवादी के विंग किसान कमिटी के सदस्य निकले। हालांकि तीनांे युवकों से बरामद हथियार एके 47 राइफल पुलिस के जांच में नकली पाया गया। इसकी पुष्टि भी गिरिडीह पुलिस ने किया है। जबकि इन तीनों के पास से ही गिरफ्तारी के दौरान एएसपी के नेतृत्व में जवानों ने नक्सली पर्चा के साथ एक ओर आर्म्स और जिंदा कारतूस बरामद किया था। चार दिन पहले बसमता जंगल से किसान कमिटी के इन तीनों सदस्यांे को एएसपी गुलशन तिर्की ने पुलिस जवानों के साथ दबोचा था।
एसपी अमित रेनू को मिले सूचना के आधार पर जंगल में छापेमारी के दौरान जिन तीन युवाओं को गिरफ्तार किया गया। उसमें गिरिडीह के खुखरा थाना के चतरो गांव निवासी विजय सोरेन, महेशदुबा गांव निवासी अजीत सोरेन और धनबाद के मनियाडीह थाना के कर्णपुरा गांव निवासी राजू मुर्मू शामिल है। दरअसल, एसपी अमित रेनू को मिले गुप्त सूचना के आधार पर एएसपी गुलशन तिर्की के नेतृत्व में टीम गठन कर जंगल में सर्च ऑपरेशन चलाया गया। इसी सर्च ऑपरेशन के दौरान तीनों युवकों को जंगल से गिरफ्तार किया गया।
वहीं चार दिन अब मामला ये भी निकल कर सामने आया की गिरफ्तार तीनों किसान कमिटी के सदस्यों से बरामद एक हथियार नकली है वहीं दूसरा हथियार और केन बम ऑरिजनल है। वैसे चार दिन के पूछताछ में गिरफ्तार सदस्य राजु मुर्मू, विजय सोरेन और अजीत सोरेन ने कबूला की वो तीनों माओवादियों के कृष्णा हांसदा दस्ते का सदस्य है और कृष्णा हांसदा के निर्देश पर हथियारों को एक जगह से दूसरे स्थान पर पहुंचाने का काम करता है। एएसपी गुलशन तिर्की के नेतृत्व में तीनों से अब भी पूछताछ किया जा रहा है। लिहाजा, पुलिस उम्मीद संभावना जता रही है तीनो से कई राज बाहर निकल सकते है। वैसे ताराटांड़ के जंगल में केन बम और नकली एके 47 समेत ओरिजनल हथियार छिपाने का कारण अब तक सामने नहीं आ पाया है।