कोरोना को लेकर स्वास्थ विभाग ने किया मार्कड्रिल, डीसी समेत कई अधिकारियों ने लिया जायजा
- स्वास्थ्य कर्मियों ने तत्परता के साथ किया कोरोना पैसेंट के चिकित्सकिय प्रक्रिया का प्रदर्शन
- जिले में 1100 सौ बेड मौजूद, डीसी ने एहतियातन लोगों से मॉस्क लगाने की की अपील
गिरिडीह। देश व राज्य में बढ़ते कोरोना के मामले को लेकर स्वास्थ मंत्रालय के निर्देश पर सोमवार को गिरिडीह में कोरोना से निपटने को लेकर मार्कड्रिल किया गया। मार्कड्रिल का हिस्सा खुद डीसी नमन प्रियेश लकड़ा भी बने और एक-एक तैयारी को बारिकियों से देखा। डमी मरीज को एबूंलेस में सदर अस्पताल लाया गया और बेहद खराब हालत में कोरोना के मरीज को फौरन आक्सीजन और बेड तक पीपीई कीट पहने फं्रट लाईन वर्कर तुंरत बेड तक कैसे पहुंचाएं, सारे हालात से रुबरु हुए। इन गतिविधियों को देखने के बाद डीसी सदर अस्पताल के पहले और दुसरे तल्ले में बने ऑक्सीजनयुक्त बेड का निरीक्षण किया। जहां चिकित्सक डा. आशीष मोहन सिन्हा और स्वास्थ कर्मी ने बेड में लेटे डमी मरीज को ऑक्सीजनयुक्त मॉस्क पहनाकर उसके चिकित्सीय व्यवस्था का प्रदर्शन किया।
मौके पर डीसी नमन प्रियेश लकड़ा ने बताया कि सदर अस्पताल समेत पूरे जिले में चार पीएसए प्लांट चालू अवस्था में है। कहीं कोई गड़बड़ी नहीं है। लेकिन जरुरत पड़ने पर अतिरिक्त ऑक्सीजन के लिए सांई और रुबी ऑक्सीजन का सहयोग लिया जाएगा। डीसी ने बताया कि फिलहाल हालात समान्य है लेकिन पूरे राज्य में 53 सक्रिय केस मौजूद होने की जानकारी है। बताया कि प्रशासन के साथ स्वास्थ विभाग हालात खराब होने पर कार्य करेगा। यही नही फ्रंट लाईन वर्करों के उपलब्धता की जानकारी ली जा रही है। जबकि उन्हें उनके ड्यूटी भी बताया जा रहा है। कहा कि जिले के प्राईवेट नर्सिंग होम से जल्द संपर्क कर उन्हें अलर्ट मोड पर रहने का निर्देश दिया जाएगा। क्योंकि पूरे जिले में फिलहाल 1100 सौ ऑक्सीजनयुक्त, आईसीयू और समान्य बेड के साथ वेंटिलेटर सर्पोटेड बेड कार्यरत है। वैसे स्वास्थ विभाग से गिरिडीह के सदर अस्पताल में आरटीपीसीआर जांच लैब के लिए शुरु करने के लिए कुछ उपकरणों की मांग हुई है।
इधर सिविल सर्जन डा. मिश्रा ने कहा कि मंगलवार सुबह तक गिरिडीह को 15 हजार आरटीपीसीआर कीट और 20 हजार के करीब एंटीजन कीट मिलने की उम्मीद है। बताया कि अभी रुबी और सांई ऑक्सीजन कंपनी द्वारा अतिरिक्त ऑक्सीजन की आपूर्ति की जा रही है। फिलहाल सदर अस्पताल में चालू पीएसए ऑक्सीजन प्लांट से नियमित ऑक्सीजन की आपूर्ति हो रहा है। मार्कड्रिल के दौरान जिला जन संपर्क पदाधिकारी रश्मि सिन्हा और जिला कार्यक्रम पदाधिकारी प्रतिमा कुमारी भी शामिल हुई।