दुबारा बहाली की मांग को लेकर पोषण सखियों को गिरिडीह सदर समेत कई विधायकों ने दिया समस्या दूर करने का भरोषा
गिरिडीहः
छह हजार के मानदेय के बीच सेवा दे रही पोषण सखियों की आर्थिक हालात ने उनकी उम्मीदों पर पानी फेर दिया है। जबकि पिछले कई माह से पोषण सखी सिर्फ इसलिए आंदोलनरत कि सरकार उन्हें दुबारा बहाल करें। क्योंकि 23 फरवरी से 24 मार्च तक पोषण सखियां जहां विस में धरना पर बैठी थी। तो वहीं राज्य के हर बड़े मंत्री और विधायकों से भी मिली। लेकिन नतीजा सिफर ही रहा, यहां तक सीएम हेमंत सोरेन से भी राज्य की पोषण सखियों को सिर्फ आश्वासान की घुट्टी मिलती रही। लिहाजा, राज्य की पोषण सखियों ने अपने अधिकार के लिए एक बार फिर आंदोलन का पहल तो किया। लेकिन इसी बीच राज्य पोषण सखी संघ की प्रर्देश अध्यक्ष कविता कुमारी और प्रर्देश महासचिव प्रमिला कुमारी ने गिरिडीह के सदर विधायक सुदिव्य कुमार सोनू, विधायक पूर्णिमा सिंह, इरफान अंसारी, पूर्व मंत्री जोबा मांझी समेत कई विधायकों से मिली। और अपनी समस्याओं को बताया। तो एक बार फिर सभी विधायकों से पोषण सखी संघ को आश्वासन की घुट्टी ही पीने को मिली।
जबकि सदर विधायक सुदिव्य कुमार सोनू ने संघ की प्रर्देश अध्यक्ष कविता कुमारी और प्रर्देश महासचिव प्रमिला कुमारी समेत कई पोषण सखी मंगलवार को सदर विधायक सोनू के आवास पहुंची। इस दौरान सदर विधायक ने पोषण सखियों को भरोषा दिलाया कि हर हाल में मानसून सत्र में पोषण सखियों के मुद्दे को उठाया जाएगा। और स्थायी निदान निकाला जाएगा। सदर विधायक ने मुलाकात करने पहुंची पोषण सखियों से अपील किया कि अगले दो माह पोषण सखी संघ कोई आंदोलन नहीं करेगा।