मणिपुर हिंसा के विरोध में माले ने निकाला प्रतिवाद मार्च, गृहमंत्री और सीएम का किया पुतला दहन
- माले नेताओं ने आदिवासी महिला के साथ हुए अभद्र व्यवहार की कड़े शब्दों में की निंदा
- आरोपियों के खिलाफ की कार्रवाई की मांग
गिरिडीह। मणिपुर में जारी हिंसा के विरोध में शुक्रवार को भाकपा माले गिरिडीह विधानसभा प्रभारी राजेश सिन्हा, माले नेत्री प्रीति भास्कर, माले नेता उज्जवल साव व निशांत भास्कर के अगुवाई में दर्जनों माले के समर्थकों ने गिरिडीह हाई स्कूल मैदान में जमा होकर सर जेसी बॉस स्कूल तक मार्च निकाला। इस दौरान रेड क्रॉस भवन के सामने देया के गृह मंत्री अमित शाह और मणिपुर के सीएम बिरेन सिंह का पुतला दहन किया। इस दौरान माले नेताओं व कार्यकर्ताओं ने घटना के विरोध में जमकर नारेबाजी की।
मौके पर माले नेताओं ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि नफ़रती भीड़ द्वारा कुकी महिलाओं पर यौन हमले की वीभत्स घटना करने वाले को कड़ी से कड़ी सजा देने की आवश्यकता है। साथ ही कई महीनो से मणिपुर में जारी हिंसा को पीएम और सीएम संज्ञान नही ले पा रहे है, जिसका जवाब केंद्र सरकार को देना होगा। कहा कि प्रधानमंत्री की इतने दिनों तक की चुप्पी ने इस अपराध की गंभीरता को बढ़ा दिया है। अगर उन्हें सचमुच लग रहा है कि जो हुआ वह शर्मनाक है तो मणिपुर की बेटियों को न्याय देंगे। इस दौरान माले नेताओं ने मणिपुर के मुख्यमंत्री बीरेन सिंह और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से इस्तीफा देने की मांग की।
मौके पर माले के नगर संयोजक उज्ज्वल साव, माले नेत्री प्रीति भास्कर, नवाब अंसारी, कैफ़ी हसन रोशन, रतन गुप्ता, मो0 अल्काब, मो0 जमरुद्दीन, राजा बाबू, समीर अंसारी, सोहेल हसन सहित कई कार्यकर्ता शामिल थे।