माकपा जिला कमिटी की ऑनलाइन बैठक संपन्न
मोदी सरकार की जनविरोधी नीतियों के खिलाफ आंदोलन तेज करने का आह्वान
कोडरमा। मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी जिला कमिटी की ऑनलाइन बैठक बुधवार को संपन्न हुई। बैठक की अध्यक्षता रमेश प्रजापति ने जिला प्रभारी रामचन्द्र ठाकुर के मार्गदर्शन में की। बैठक के दौरान कोरोना काल मे विभिन्न कारणों से पार्टी सदस्यों की मौत पर एक मिनट का मौन रखकर श्रद्धांजलि दी गई। बताया गया कि कोरोना काल में पार्टी के कॉ राजेन्द्र सिंह मुण्डा, एसके बक्सी, प्रभात सिंह सहित 22 साथियों की मौत हुई है।
सरकारी रिकार्ड से कई गुणा ज्यादा मौत होने की संभावना
बैठक में जिला सचिव असीम सरकार द्वारा पिछली बैठक के बाद की राजनीतिक परिस्थिति और पार्टी की गतिविधि पर प्रतिवेदन पेश किया गया। जिसे सर्वसम्मति से पारित किया गया। ऑनलाइन बैठक में माकपा के राज्य सचिवमण्डल सदस्य सह जिला प्रभारी रामचन्द्र ठाकुर ने केन्द्र और राज्य की राजनीतिक परिस्थिति पर प्रकाश डालते हुए कहा कि कोरोना के दूसरी लहर मे एक तरफ केन्द्र की मोदी सरकार द्वारा ईलाज की समुचित व्यवस्था नहीं की गई। वहीं आँक्सीजन, वैंटीलेटर और दवा उपलब्ध कराने में भी भाजपा सरकार पूरी तरह विफल रही है। सरकार की इस कमजोरी के कारण लाखों लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी। कहा कि आपदा में अवसर तलाशने वाले सिर्फ लूट करते रहे। निजी अस्पतालों ने आम आदमी को लूट लिया। पश्चिम बंगाल सहित पाँच राज्यो में कोविड प्रोटोकोल की अनदेखी कर चुनावी रैलियां करना व राजनितिक फायदे के लिए एक साल पूर्व ही कुम्भ का आयोजन करना भी कोरोना संक्रमण की लहर को फिर से फैलने का प्रमुख कारण साबित हुआ है। कहा कि सरकार के रिकॉर्ड के अनुसार करीब चार लाख लोगों की मृत्यु हुई जबकि हकीकत में यह आँकड़ा इससे कई गुणा ज्यादा होने की सम्भावना जताई जा रही है। उन्होने कहा कि इस दौर मे बेरोजगारी तेजी से बढ़ा है। पेट्रोल डीजल सहित खाद्य पदार्थो का दाम आसमान छू रहा है, आम लोगो की परेशानी काफी बढ़ गई है।
केन्द्र के जनविरोधी नितियों के खिलाफ जारी है आंदोलन
राज्य सचिवमण्डल सदस्य सह जिला प्रभारी रामचन्द्र ठाकुर ने कहा कि मोदी सरकार की जनविरोधी नीतियों के खिलाफ और सार्वभौमिक टीकाकरण, सभी को मुफ्त ईलाज तथा आयकर से बाहर रहने वाले लोगों को आर्थिक सहायता के लिए पार्टी राज्य कमिटी के आह्वान पर 18 जून को विरोध दिवस मनाने का निर्णय लिया गया है। लॉकडाउन के दिशा निर्देशों का पालन करते हुए वाम मोर्चा के आह्वान पर 16 से 30 जून तक विरोध पखवाड़ा के तहत गांव गांव अभियान चलाने का निर्णय लिया गया। साथ ही 30 जुलाई तक ब्रांच सम्मेलन, 9 अगस्त को मेघातरी लोकल कमिटी का सम्मेलन और 22 अगस्त को जिला सम्मेलन करने का फैसला लिया गया। संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर आगामी 26 जुन को कृषि कानून के खिलाफ विरोध दिवस मनाने का भी प्रस्ताव लिया गया। जिला कमिटि की अगली बैठक 22 जुन को आयोजित करने का फैसला लिया गया। बैठक मे असीम सरकार, रमेश प्रजापति, सुरेन्द्र राम, भीखारी तुरी, ग्यासउद्दीन अंसारी, परमेश्वर यादव, मुकेश यादव आदि शामिल थे।