लोकल स्तर पर बालू उठाव करने वाले ट्रेक्टर चालकों ने माले नेता से की मुलाकात
- संबंधित विभाग व पुलिस पर लगाया परेशान करने का आरोप
- सरकार बालू का टेंडर करें या बालू उठाव लीगल करें: राजेश सिन्हा
गिरिडीह। बालू उठाव को लेकर सरकार व जिला प्रशासन पर दोहरी नीति का आरोप लगाते हुए माले नेता ने बालू ट्रेक्टर संचालकों को एकजूट करते हुए उन्हें आंदोलनरत होने का अहवान किया है। शनिवार को ट्रेक्टर द्वारा बालू उठाव करने के दौरान पुलिस व संबंधित विभाग द्वारा परेशान किए जाने पर ट्रेक्टर मालिकों ने भाकपा माले के गिरिडीह विधानसभा प्रभारी राजेश सिन्हा से मुलाकात की और उन्हें मामले से अवगत कराया।
इस दौरान माले नेता राजेश सिन्हा ने कहा कि तीन महीने पहले उपायुक्त कार्यालय के सामने ढिबरा, बालू, पत्थर,आदि के लिए प्रदर्शन किया गया था अब यही प्रदर्शन फिर से करने की आवश्यकता है। कहा कि गिरिडीह जिले मे कोयला मजदूर, बालू मजदूर, ढीबरा मजदूर के साथ बहुत ही ज्याददती हो रही है। जिसे तत्काल रोकने की जरूरत है। कहा कि सरकार दोहरी नीति लागू कर रही है। तीन साल गुजर जाने के बाद भी सरकार बालू घाटों का एक तो टेंडर नहीं निकाल पा रही है। दूसरे ट्रेक्टर चालकों को बालू उठाव के दौरान परेशान किया जा रहा है।
कहा कि एक ट्रैक्टर से बीस परिवार चलता है। पांच ट्रेक्टर में काम करने वाले और बालू जहां गिरता है, वहां भी पांच मजदूर काम करते है। जिससे उनका भी पेट चलता है। उनको लेकर जल्द ही जिला मुख्यालय में प्रदर्शन करेंगे।
मौके पर प्रवीण कुमार, राहुल यादव, अभय कुमार वर्मा, कुलदीप वर्मा, दिनेश तांती, नीतीश वर्मा, ओंकार राय, विनोद, सोनू, जितेंद्र दास, बबलु पंडित, राकेश दास, राजेश दास, राजू यादव, विष्णु पंडित, विमल कुमार, सौरभ वर्मा, मृत्युंजय, मो0 शमीम, मो0 आफताब, मनी कुमार, अशोक राय, ढालो दास, मिन्हाज, पंकज, दीपक यादव, विकास यादव, विकास, सूरज, पिंटू राय, विनय कुमार, धीरज राय आदि ने कल से बालू नहीं उठाने का समर्थन किया है।