अमेरिका में रह रहे प. बंगाल के लोगों में सबसे अधिक गरीबी
‘भारतीय-अमेरिकी आबादी में गरीबी’ विषय पर किये गये शोध से हुआ खुलासा
कोलकाता/वाशिंगटन। अमेरिका जाकर भी ज्यादातर पश्चिम बंगाल के लोग गरीबी के अभिषाप से उबर नहीं सके हैं। क्योंकि अमेरिका में सबसे गरीब तबकों में बंगाली और पंजाबी समुदाय के लोग ही हैं। इसका खुलासा एक एक रिपोर्ट से हुआ है। रिपोर्ट के मुताबिक अमेरिका में रह रहे करीब 42 लाख भारतीयों में से करीब 6.5 प्रतिशत लोग गरीबी रेखा से नीचे जीवन यापन कर रहे हैं। रिपोर्ट में कहा गया है कि कोरोना की वजह से समुदाय में गरीबी बढ़ने की आशंका है।
जॉन हॉपकिंस स्थित पॉल नीत्ज स्कूल ऑफ एडवांस्ड इटंरनेशनल स्टडीज के देवेश कपूर और जश्न बाजवात की ओर से ‘भारतीय-अमेरिकी आबादी में गरीबी’ विषय पर किये गये शोध के नतीजों को इंडियास्पोरा परोपकार सम्मेलन-2020 में जारी किया गया है। कपूर ने कहा कि बंगाली और पंजाबी भाषी भारतीय अमेरिकी लोगों में गरीबी अधिक है। उन्होंने कहा कि इनमें से एक तिहाई श्रम बल का हिस्सा नहीं हैं। जबकि करीब 20 प्रतिशत लोगों के पास अमेरिकी नागरिकता भी नहीं हैं।
इंडियास्पोरा के संस्थापक एमआर रंगास्वामी ने कहा है कि वे इस रिपोर्ट के साथ सबसे अधिक वंचित भारतीय अमेरिकियों की अवस्था की ओर ध्यान आकर्षित करना चाहते हैं। क्योंकि कोरोना महामारी के स्वास्थ्य और अर्थव्यवस्था पर पड़ने वाले प्रभाव को देखते हुए यह उचित समय है कि आमतौर पर संपन्न माने जाने वाले हमारे समुदाय में मौजूद गरीबी के प्रति जागरूकता पैदा की जाये और इस मुद्दे को उठाया जाये। इस रिपोर्ट से इस मसले पर ध्यान आकर्षित होगा और सकारात्मक बदलाव लाने के लिए कदम उठाये जा सकेंगे। श्री कपूर ने कहा कि अध्ययन से भारतीय अमेरिकी समुदाय में दरिद्रता की विस्तृत स्थिति का पता चला है।