समय बढ़ाने की मांग को लेकर गिरिडीह डीसी से मिले पूर्व विधायक शाहाबादी समेत हिंदु संगठनों के नेता, गिरिडीह बंद की घोषणा हुआ वापस
गिरिडीहः
हेमंत सरकार के एक निर्देश के बाद रामनवमी का अखाड़ा और झांकी निकालने का मसला अब तक हल नहीं हुआ है। लिहाजा, हिंदु संगठनों ने हेमंत सरकार के इसी फैसले के विरोध में शुक्रवार को गिरिडीह बंद का घोषणा तक कर दिया था। बंद की तैयारी में गुरुवार से ही हिंदु संगठन के कार्यकर्ता जुट चुके थे। यहां तक कि एक समुदाय के दुकानदारों से अपील भी किया जा रहा था कि शुक्रवार को लोग इस निर्देश के विरोध में अपने-अपने प्रतिष्ठानों को बंद रखेगें। लेकिन गुरुवार को गिरिडीह के पूर्व विधायक निर्भय शाहाबादी के नेत्तृव हिंदु संगठन विहिप और बजरंग दल के नेता शिवपूजन कुमार, भाजपा नेत्री शालिनी वैशखियार, रेडक्राॅस के सचिव राकेश मोदी, अनूप यादव, रवीन्द्र स्वर्णकार, उत्कृष पांडेय और दीपक शर्मा समेत कई अखाड़ा कमेटी के सदस्यों ने डीसी नमन प्रियेश लकडा से मिले। और समय बढ़ाने की मांग को लेकर ज्ञापन सौंपा। इसके बाद हिंदु संगठनों ने बंद की घोषणा को वापस ले लिया। जबकि डीसी ने स्पस्ट तौर पर कहा कि सरकार को जो निर्देश है उसमें कोई फेरबदल प्रशासन नहीं कर सकता है।

सरकार के निर्देशों को मानना प्रशासन के लिए बेहद जरुरी है। डीसी ने कहा कि निर्देश के अनुसार ही अखाड़ा और झांकियो का प्रदर्शन करना होगा। इस दौरान डीसी ने भरोषा दिलाते हुए कहा कि अखाड़ा और झांकियो के प्रदर्शन के दौरान सुरक्षा व्यवस्था पूरी तरह से मजबूत रहेगा। लापरवाही की कोई गुंजाईश नहीं रहेगी। भावनाओं को ठेस पहुंचाने वाले भजनों पर पूरी तरह से रोक रहेगा। जबकि निर्धारित वक्त शाम छह बजने के साथ अखाड़ा और झांकियो के प्रदर्शन समाप्त कर लेने की अपील डीसी ने भी पूर्व विधायक समेत अखाड़ा कमेटी के सदस्यों से किया। डीसी से मिलने वालों में कई अखाड़ा कमेटी के सदस्य शामिल थे।