कोविड के तीसरे लहर से बचाव के लिए ’’मिशन कर्तव्य’’ की शुरूआत
कोडरमा। कोरोना महामारी की संभावित तीसरी लहर से बचाव एवं इसके उचित प्रबंधन हेतु शुक्रवार को उप विकास आयुक्त लोकेश मिश्रा की अध्यक्षता में जिले के विभिन्न स्वयं सेवी संस्थाओं के प्रतिनिधियों के साथ बैठक की गयी। बैठक में सर्वप्रथम स्वयं सेवी संस्थाओं के प्रतिनिधियों द्वारा उप विकास आयुक्त के कोडरमा जिला आने पर उनको पुष्पगुच्छ देकर उनका स्वागत किया गया। बैठक की शुरुआत करते हुए डीडीसी ने सभी प्रतिनिधियों से उनका परिचय प्राप्त किया साथ ही बैठक का उद्देश्य बताते हुए कहा कि सरकार द्वारा कोविड की तीसरी लहर की आशंका को देखते हुए मिशन कर्तव्य की शुरुआत की गई है।
क्या है मिशन कर्तव्य
मिशन कर्तव्य की जानकारी देते हुए उप विकास आयुक्त ने बताया कि इसका मूल उद्देश्य कोरोना रोगियों की पहचान कर उन्हें स्वास्थ्य सेवा मुहैया कराना है। साथ ही उनको सामाजिक और मनोवैज्ञानिक सहायता प्रदान करना, स्वास्थ्य सेवाओं की सही जानकारी प्रदान करना तथा प्रभावित परिवारों को सरकार की सामाजिक सुरक्षा योजनाओं से जोड़ने में मदद करना है। उप विकास आयुक्त ने कहा है कि वे लोग आपस में बैठक कर टीम का निर्माण करें। ताकि जिला समन्वय समिति को तुरंत प्रभाव से सक्रिय किया जा सके। जिले में एक मदर एनजीओ के रुप मे आरजेएसएस को चुना गया है, जो जिले के अन्य एनजीओ के साथ समन्वय करेगी। जिला नोडल अधिकारी मदर एनजीओ की गतिविधियों की समीक्षा करेंगे, एवं हर 15 दिनों के अंतराल में उपायुक्त कोडरमा द्वारा मिशन कर्तव्य की समीक्षा की जाएगी।
जिला सहायता केंद्र
जिले में जिला, ब्लॉक एवं पंचायत स्तर पर एक-एक सहायता केंद्र बनाया जाना है। यह केंद्र कोविड से बचाव के व्यवहार, टीकाकरण, होम आयसोलेशन, आपातकालीन हेल्पलाइन नम्बर, जिला कंट्रोल रूम नम्बर देने की सहायता प्रदान करेगा। साथ ही इसका काम प्रभावित बच्चों की पहचान, प्रवासी मजदूरों की पहचान कर उन्हें टेस्ट के लिए प्रेरित करना, उन्हें सामाजिक सुरक्षा योजनाओ के बारे में जानकारी देना व जोड़ना एवं अन्य सहायता प्रदान करना होगा। इसके साथ ही केंद्र के माध्यम से लोगों को जागरूक भी किया जाएगा।
इन संस्थाओं ने लिया हिस्सा
बैठक में मुख्य रूप से जेएसएलपीएस, तेजस्विनी, आरजेएसएस, ज्ञान विज्ञान समिति, समर्पण, प्रदान, बाल कल्याण संघ व जिले के अन्य स्वयं सेवी संस्थाओं के प्रतिनिधि उपस्थित थे।