एलआईसी में आईपीओ लाना देश का सबसे बड़ा आर्थिक घोटालाः धर्मप्रकाश
गिरिडीह के एलआईसी कार्यालय में बीमा कर्मचारियों ने किया हड़ताल
गिरिडीहः
देश के सबसे बड़ी सरकारी बीमा कंपनी एलआईसी भारतीय जीवन बीमा निगम में आईपीओ शुरु करने और उसमें प्राईवेट हिस्सेदारी को लेकर सदस्यता खोलने के खिलाफ बीमा कर्मियों ने दो घंटे का हड़ताल किया। गिरिडीह एलआईसी कार्यालय में ही बीमा कर्मचारी संघ के सचिव धर्मप्रकाश के नेत्तृव में कर्मियों ने दो घंटे तक सारे कार्य ठप कर हड़ताल पर रहे। और केन्द्र के मोदी सरकार के खिलाफ जमकर नारेाबजी की। हड़ताल में संजय शर्मा, विजय कुमार, अनुराग मुर्मु, राजेश उपाध्याय, कुमकुमबाला वर्मा, डेनियल मंराडी, श्वेता कुमारी, अजंलि श्वेता, अंशु कुमारी सिघांनिया, नीतिश कुमार गुप्ता, नीरज सिंह समेत कई शामिल हुए। तो वहीं हड़ताल और केन्द्र सरकार के खिलाफ प्रदर्शन के दौरान बीमा कर्मियों ने मोदी सरकार के इस फैसले को जनविरोधी बताते हुए कहा कि देश के विकास में एलआईसी की भूमिका सबसे महत्पूर्ण है। क्योंकि पांच करोड़ की पूंजी से शुरु हुआ और अब एलआईसी का पंूजी 39 लाख करोड़ का हो चुका है। बीमा कर्मियों ने आईपीओ लाने को लेकर मोदी सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि देश के इतिहास में इसे सबसे बड़ा आर्थिक घोटाला कहना उचित होगा। क्योंकि राजकोष पर बढ़ता दबाव और बजट घाटे को पूरा करने के लिए एलआईसी में आईपीओ लाया गया। इस बीच हड़ताल में कई और बीमा कर्मचारी शामिल हुए।