सीडीएस रावत समेत 13 जवानों के निधन पर करणी सेना ने निकाला कैंडिल मार्च
- शहर के टावर चौक पर दी श्रद्धांजलि
- सेना के पदाधिकारियों ने कहा कि स्व. रावत का निधन होना देश के लिए दुर्भाग्यपूर्ण
गिरिडीह। तमिलनाड्डु में हैलीकॉप्टर हादसे का शिकार हुए वीर यौद्धा और भारतीय सेना के सीडीएस विपिन रावत और उनकी पत्नी मधुलिका रावत समेत 13 जवानों की मौत से जहां एक तरफ पूरा देश मर्माहत है। राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना के गिरिडीह इकाई ने शहर में गुरुवार की शाम कैंडिल मार्च निकाल कर नम आंखो के साथ श्रद्धांजलि दिया। इस दौरान राजपूत करणी सेना के पदाधिकारी और सदस्यों ने टावर चाौक पर एक मिनट का शोक भी रखा।
करणी सेना के इस कैंडिल मार्च का नेत्तृव अध्यक्ष सतेन्द्र सिंह कर रहे थे। करणी सेना के नवनीत सिंह, विजय सिंह, वीर बहादुर सिंह, मुन्ना सिंह, रॉकी सिंह, विद्या भूषण सिंह, राकेश सिंह, मंगल सिंह, अमित सिंह, रंजीत सिंह, सूबोध सिंह, अरुण सिंह और गुड्डु सिंह समेत कई सदस्य इस दौरान कैंडिल मार्च में शामिल हुए।
इस दौरान करणी सेना के सदस्यों ने सीडीएस रावत व उनकी पत्नी समेत 13 जवानों की मौत को देश के लिए दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए कहा कि उनकी मौत ऐसे वक्त पर हुई। जब चीन और पाकिस्तान जैसे धोखेबाज देश भारत के खिलाफ साजिश रचते रहते है। कारगिल युद्ध में ही दिवगंत सीडीएस रावत ने जिस युद्धकला से पाकिस्तान को पराजित किया। वह आज भी देश को याद है। ऐसे में उनके निधन ने देश को तोड़कर रख दिया है। क्योंकि सीडीएस रावत ही ऐसे सैनिक थे, जो इन दोनों देशों को उनकी औकात बता सकते थे।