कैलाश सत्यार्थी ने किया जनजागरूकता चौपाल का आयोजन
- बाल श्रम, बाल विवाह, बाल यौन शोषण और बाल दुर्व्यापार को लेकर किया गया जागरूक
- संसद में पेश होने वाले ट्रैफिकिंग बिल के लिए मांगा समर्थन, चलाया हस्ताक्षर अभियान
गिरिडीह। नॉबेल शांति पुरस्कार विजेता सह बाल अधिकार कार्यकर्ता के रूप में प्रसिद्ध कैलाश सत्यार्थी के द्वारा बच्चों की शिक्षा और सुरक्षा के लिए संचालित कैलाश सत्यार्थी चिल्ड्रंस फाऊंडेशन तिसरी प्रखंड के लगभग सभी गांव में बच्चों के हितों की रक्षा के लिए कार्य कर रही है। मंगलवार को कैलाश सत्यार्थी चिल्ड्रंस फाऊंडेशन द्वारा थानसिंहडीह पंचायत भवन (नारोटांड़) में ग्रामीणों के साथ जनजागरुकता चौपाल का आयोजन किया गया।
संगठन के सुरेंद्र पंडित, संदीप नयन बताया गया कि कोरोना काल के दौरान बाल विवाह, बाल श्रम की संभावना बढ़ी है और ग्रामीण क्षेत्र में बच्चे ट्रैफिकिंग के शिकार हो रहे हैं। एक ओर जहां सरकार कोरोना से निपटने के लिए विभिन्न प्रकार के कार्य कर रही है, वहीं ट्रैफिकिंग के मुद्दे पर संसद में पेश होने वाले बिल को पास कराने के लिए कैलाश सत्यार्थी चिल्ड्रंस फाऊंडेशन हर एक सांसदों और विधायकों से लेकर आम जनमानस से समर्थन देने के लिए जोर-शोर से संपर्क अभियान चला रही है, वहीं इसके प्रति ग्रामीण क्षेत्रों में आमजनमानस में जागरूकता लाने हेतु जगह जगह जागरूकता अभियान सह चौपाल का आयोजन किया जा रहा है।
चौपाल में मौजूद महिलाओं ने कहा कि हमें हर बच्चे का ध्यान रखना होगा, चाहे वो अपने घर का हो या किसी ओर का। बच्चों की सुरक्षा हम सभी के ऊपर दायित्व के रूप में है और हमें यह दायित्व निभाना ही होगा। सभी ने कहा कि वे संसद में पेश होने वाले ट्रैफिकिंग बिल का समर्थन करते हैं। हमारे देश के सभी बच्चे सुरक्षित हों इसके लिए जरूरी है कि यह बिल पास हो। वहीं बाल पंचायत के बच्चों ने कहा कि, हम हर एक सांसद व विधायक से अपील करते हैं कि सभी अपना समर्थन दें जिससे यह बच्चों के लिए महत्वपूर्ण बिल पास हो सके।
बाल श्रम, बाल विवाह, बाल यौन शोषण, और बाल दुर्व्यापार के खात्मे और ट्रैफिकिंग बिल के समर्थन के लिए हस्ताक्षर अभियान चलाया गया। जिसमें उपस्थित सभी लोग अपना समर्थन देने के लिए हस्ताक्षर किए।
कार्यक्रम में कैलाश सत्यार्थी चिल्ड्रंस फाऊंडेशन के बाल अधिकार कार्यकर्ता सुरेंद्र पंडित, राजेश सिंह, संदीप कुमार नयन, भरत पाठक, सुरेंद्र सिंह, प्रमोद कुमार, सेविका उर्मिला देवी, सहिया रेशमी देवी, पोषण सखी रेणु कुमारी, महिला मंडल अध्यक्ष उर्मिला देवी, बाल पंचायत के गुड़िया कुमारी, मनीषा कुमारी, टूसी कुमारी, शिक्षक अखिलेश कुमार, ग्रामीण डोमन राय, अशोक राय, सुखदेव राय, चुरामण राय, राजकुमार राय, वीरेंद्र साव सहित अन्य लोग शामिल थे।