झामुमो नेता प्रो0 जय प्रकाश के ऐलान ने कोडरमा में बढ़ाई चुनावी तपिश, एक मई को करेंगे नामांकन
- कोडरमा लोकसभा में त्रिकोणीय मुकाबले की हुई प्रबल संभावना
रिंकेश कुमार
गिरिडीह। मौसम के चढ़ते पारे के साथ ही लोकसभा चुनाव की भी तपिश बढ़ने लगी है। खासकर झामुमो नेता सह पूर्व विधायक प्रो0 जय प्रकाश वर्मा के द्वारा निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में चुनावी मैदान में उतरने की घोषणा किए जाने के बाद कोडरमा लोकसभा क्षेत्र में चुनावी तपिश बढ़ गई है। रविवार को कोडरमा लोकसभा क्षेत्र के भंडारो में जिस प्रकार से प्रो0 वर्मा ने सर्व समाज के लोगों के साथ बैठक करने के बाद एक मई को निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में नामांकन करने की घोषणा की है, उससे कोडरमा लोकसभा में न सिर्फ त्रिकोणीय मुकाबले की संभावना बन गई है, बल्कि एनडीए उम्मीदवार केन्द्रीय मंत्री अन्नपूर्णा देवी के लिए भी मुश्किले बढ़ सकती है।
विदित हो कि कोडरमा लोकसभा सीट से जहां भाजपा प्रत्याशी केन्द्रीय मंत्री अन्नपूर्णा देवी चुनावी मैदान में है। वहीं इंडी गठबंधन की ओर से माले के बगेादर विधायक विनोद सिंह चुनावी मैदान में है। हालांकि झामुमो नेता सह पूर्व विधायक प्रो जय प्रकाश वर्मा शुरू से ही कोडरमा लोकसभा सीट से दावेदारी कर रहे थे। आखिरकार नामांकन की प्रक्रिया शुरू होते ही उन्होंने रविवार को भंडारो में सर्व समाज की बैठक बुलाई और सभी का समर्थन मिलने के बहाने उन्होंने निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में एक मई को नामांकन करने की घोषणा कर दी। इस दौरान उन्होंने दावा करते हुए कहा कि लोकसभा क्षेत्र में उनकी काफी मजबूत पकड़ है और लोग क्षेत्र में बदलाव भी चाहते है। इसलिए भाजपा प्रत्याशी को सिर्फ वे ही टक्कर दे सकते है।
हालांकि इन सबके बीच जहां तक जातिगत समिकरण की बात करें तो जिस समाज से प्रो0 जय प्रकाश वर्मा आते है, कोडरमा लोकसभा क्षेत्र में उस जाति का एक बहुत बड़ा वोट बैंक है। साथ ही पूर्व में कोडरमा लोकसभा क्षेत्र से सांसद रह चुके स्व0 रीतलाल प्रसाद वर्मा का भतीजा होने का भी लाभ उन्हें मिल सकता है। वहीं प्रो जेपी वर्मा के पिता स्व0 जगदीश प्रसाद वर्मा इलाके के काफी लोकप्रिय व्यक्तित्व रह चुके है, जिनकी सामाजिक लोकप्रियता का लाभ भी प्रो वर्मा को गांडेय विधानसभा चुनाव में मिल चुका है और संभावना जताई जा रही है की कोडरमा लोकसभा में भी उनकी लोकप्रियता का लाभ प्रो0 जेपी वर्मा को मिल सकता है।
कोडरमा से निर्दलीय चुनाव लड़ने की घोषणा कर जयप्रकाश वर्मा ने दोनों ही गठबंधनों की नींद उड़ा दी है। भंडारो की बैठक में बोलते हुए उन्होंने इस बात पर जोर देते हुए कहा कि गठबंधन ने भले ही विनोद सिंह को प्रत्याशी बनाया है, पर भाजपा को टक्कर देने की असली कुव्वत उनके पास है। उन्होंने दावा किया कि झामुमो के स्थानीय नेता और कार्यकर्ता भी चाहते हैं कि वे चुनाव लड़ें। ऐसे में जमीनी स्तर पर उन्हें ही सबों का साथ मिलेगा। जयप्रकाश वर्मा के दावों में कितना दम है, ये तो आने वाला वक्त ही बताएगा, अभी तो बस ये तय हो चुका है कि प्रोफेसर साहब चुनाव लड़ेंगे और 1 मई को नामांकन भी करेंगे।