गिरिडीह सेन्ट्रल जेल में जेल अदालत का आयोजन, कोर्ट में लगा लोक अदालत, 61 मामलों का निष्पादन
गिरिडीहः
गणतंत्र दिवस के मौके पर गिरिडीह विधिक सेवा प्राधिकार के तत्वाधान में जेल अदालत का आयोजन किया गया। इस दौरान जेल अदालत में सीजेएम सौरभ कुमार गौतम, एसीजेएम कुमारी नीतिका, जेल अधीक्षक हिमानी पांडेय, न्यायिक दडांधिकारी प्रिया कुमारी और पायल झा समेत पारा लीगल कार्यकर्ता भी शामिल हुए। केन्द्रीय कारागृह में हुए जेल अदालत को लेकर न्यायिक पदाधिकारियों ने कहा कि विचाराधीन बंदी जो खुद के खर्च पर अधिवक्ता नहीं रख सकते। उन्हें जिला विधिक सेवा प्राधिकार द्वारा अधिवक्ता उपलब्ध कराया जाता है। हालांकि न्यायिक पदाधिकारियों ने मौजूद कैदियों से कहा कि अपराध करने से बचे, अपराध के कारण उन्हें सालों सजा भुगतना पड़ता है। ऐसे में उनके परिवार की स्थिति खराब होती है। इधर जेल परिसर में हुए जेल अदालत में दो बंदियों को गणतंत्र दिवस के मौके पर रिहा किया गया। जबकि जेल अदालत को सफल बनाने में न्यायलय कर्मी नवनीत दाराद, प्रदीप कुमार, पीएलभी दिलीप कुमार, अशोक कुमार समेत कई पीएलभी मौजूद थे।

इधर व्यवहार न्यायलय में ही लोक अदालत का आयोजन हुआ। जिसमें सात पीठांे का गठन किया गया। जबकि इन सात पीठों में 61 मामलों का निष्पादन हुआ। वहीं एक लाख 69 हजार का राजस्व अलग-अलग विभागों को मिला। तो सड़क हादसों में जान गंवाने वाले मृतक के आश्रितों को मुआवजा भी दिया गया। इस दौरान लोक अदालत में क्लेम वाद, एनआईए एक्ट, बिजली विभाग, वन विभाग, उत्पाद विभाग, श्रम विभाग और माप-तौल विभाग कई विभागों से जुड़े मामलों का निष्पादन हुआ।