जिला लोकपाल के नेतृत्व में योजनाओं की जांच को तिसरी पहुंची टीम
- कई योजनाओं में नही लगा पाया गया बोर्ड
गिरिडीह। मनरेगा जिला लोकपाल तमन्ना परवीन के नेतृत्व में तिसरी प्रखंड के बेलवाना, चंदौरी व खिजुरी पंचायत में 12 योजनाए की जांच की गई। 12 योजनाओं में एक भी बोर्ड नही देखा गया। जांच के दौरान सामाजिक अंकेक्षण दल के बैजनाथ वर्मा, जेई संजय साहू, दीपक कुमार व रोजगार सेवक वीरेंद्र निराला साथ में थे। जांच में मनरेगा योजना के तहत की गई कार्याे में भारी लापरवाही व अनियमितता पाई गई। कहीं योजना गायब तो कही योजना में बोर्ड गायब मिला। पुराना योजना सड़क में मिट्टी मोरम वित्तीय वर्ष 2023 में ओन गोइंग चल रहा है।
बता दे कि तिसरी प्रखंड के बेलवाना, चंदौरी व खिजुरी पंचायत में सामाजिक अंकेक्षण वित्तीय वर्ष 2019-20 में जिला स्तरीय सुनवाई में बेलवाना में 7, चंदौरी में 2 और खिजुरी 3 योजना की जांच का आदेश मिला था। जिसके आलोक में बेलवाना पंचायत में सामु बेसरा के जमीन पर तालाब निर्माण की जांच में कही से तालाब नही लग रहा था और न ही बोर्ड व लग रहा हो कि मजदूर से खुदाई की गई हो। किशुन राय, जागेश्वर टुड्डू, जागो मरांडी के केचुआ खाद और अर्जुन हांसदा का मुर्गी सेड की जांच में कही बोर्ड नही पाया गया। मुर्गी सेड मानकों के अनुसार भी नही बना हुआ था। चंदौरी में किरात तुरी के जमीन पर तालाब निर्माण व जोधी के जमीन समतलीकरण और खिजुरी में महेंद्र यादव व राजेश यादव के जमीन पर मुर्गी सेड और ऊपर टोला में पश्चिमी नाला में तालाब निर्माण की जांच में योजना संदिग्ध पाया गया। यहां भी योजना का बोर्ड नही मिला। जबकि मुर्गी सेड के दीवाल में ही लिखा होना चाहिए। यदि नहीं लिखा हुआ है तो कोई भी घर दिखाया जा सकता है।