इंस्टीच्यूट ऑफ होमियोपैथ संस्था ने की सिलाई प्रशिक्षण शिविर की शुरूआत
- महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के उद्देश्य से दिया जायेगा प्रशिक्षण
गिरिडीह। तिसरी के लोकाय नयनपुर स्कूल के समीप इंस्टीच्यूट ऑफ होमियोपैथ संस्था के द्वारा ग्रामीण क्षेत्र के महिलाओं व युवतियों को स्वरोजगार से जोड़ने के साथ आत्मनिर्भर बनाने के लिए सिलाई प्रशिक्षण की शुरुवात की गई। शिविर का उद्घाटन बीस सूत्री प्रखंड अध्यक्ष मो. मुनीब, समाजसेवी ताळो सोरेन, जागो मरांडी, सोमा मुर्मू, संस्था के जिला समन्वयक अशोक दास ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्ज्वलित कर की।
मौके पर संस्थान के अशोक दास ने कहा कि संस्था के द्वारा सिलाई प्रशिक्षण के अलावे कढ़ाई, बुनाई, मोमबत्ती साबुन सहित कई प्रशिक्षण दी जायेगी। प्रशिक्षण लेने वाली महिलाओं को उज्जवल दीप निधि इंडिया के द्वारा पूंजी देकर रोजगार से जोड़ा जाएगा। संस्था से जुड़ने वाली महिलाओं को रोजगार के अलावे उनकी बेटी की शादी में दस हजार की मदद, बेटी हो या बेटा को पढ़ाई में अव्वल आने पर पुरुस्कृत किया जायेगा।
कहा कि महिलाएं घर के काम के बाद अपनी हुनर के अनुसार पार्ट टाइम काम कर आर्थिक तंगी से निजात पाए। संस्था के तहत चौदह तरह की योजना लाकर महिलाओं को स्वालंबन बनाना है। बीस सूत्री प्रखंड अध्यक्ष मो मुनीब ने कहा कि इंस्टीच्यूट ऑफ होमियोपैथ संस्था का कार्य काफी सराहनीय है। ग्रामीण महिलाओं को तीन माह तक सिलाई प्रशिक्षण पंचायत स्तर से दिया जायेगा।
मौके पर संस्था के प्रखंड समन्वयक रुस्तम अली, पंचायत समन्वयक धर्मेंद्र कुमार, पिंटू शर्मा, ब्रह्मदेव कुमार, जय शंकर मोदी सहित दर्जनों ग्रामीण महिला शामिल थी।