गिरिडीह के मोंगिया स्टील के चैयरमेन और बेटे के खिलाफ इनकम टैक्स ने सरकारी काम में बाधा डालने का दर्ज कराया केस
मोंगिया समूह ने किया सबसे अधिक प्रॉप्टी में करोड़ो के निवेश, लाल फेरो ने भी किया भारी-भरकम निवेश
गिरिडीहः
छह दिनों की कार्रवाई के दौरान अंतिम दिन सोमवार को इनकम टैक्स विभाग ने गिरिडीह के मोंगिया स्टील समूह के चैयरमेन गुणवंत सिंह सलूजा और उनके बेटे के खिलाफ केस दर्ज कराया है। हालांकि दोनों पिता-पुत्र के खिलाफ इनकम टैक्स के किस अधिकारी ने केस दर्ज कराया है। यह तो स्पस्ट नहीं हो पाया है। लेकिन इनकम टैक्स सूत्रों की मानें तो चैयरमेन गुणवंत सिंह और उनके बेटे पर सरकारी काम में बाधा डालने और कच्चे माल से लेकर टीएमटी के खरीद-ब्रिकी से जुड़े कंप्यूटर सिस्टम में डाटा डिलीट करने के आरोप में गिरिडीह जिला मुख्यालय के एक थाने में केस दर्ज कराया गया है। इसकी पुख्ता जानकारी इनकम टैक्स के अधिकारियों ने कार्रवाई के अंतिम दिन सोमवार की देर शाम को दिया।
इनकम टैक्स सूत्रों की मानें तो चैयरमेन और उनके बेटे के खिलाफ इनकम टैक्स के झारखंड-बिहार के डीजी यानि महानिदेशक आयकर विभाग अन्वेष्ण ब्यूरों के निर्देश पर कराया गया है। क्योंकि रविवार की देर रात चैयरमेन के बेटे को कार्रवाई के दौरान एक अधिकारी के मौजदूगी में कंप्यूटर से डाटा डिलीट करते देखा गया। इसके बाद अधिकारी ने अपने सीनियर अधिकारी को मामले की जानकारी दिया। तो सीनियर अधिकारी मोंगिया स्टील समूह के कार्यालय पहुंचे, और पूरे मामले की जानकारी ली। इसके बाद रविवार को दोनों के खिलाफ केस दर्ज करने का निर्देश हुआ। लिहाजा, इनकम टैक्स सूत्र यह भी संकेत दे रहे है कि केस दर्ज होने के बाद संभवत मोंगिया स्टील मामले में प्रवर्तन निदेशालय भी जांच के लिए दस्तक दे सकती है। जानकारी के अनुसार इनकम टैक्स द्वारा लगातार छह दिनों तक तीनों के खिलाफ कार्रवाई आयकर की धारा 186, 201 और 120/बी के आईटी एक्ट के तहत किया गया।
इधर छह दिनों की कार्रवाई में सलूजा स्टील में मंगलवार तक वैल्यूशन की कार्रवाई खत्म होने की संभावना है। जबकि मोंगिया स्टील में पूरी कार्रवाई खत्म होने के संकेत इनकम टैक्स सूत्र भी दे रहे है। अब तक की मिली जानकारी के अनुसार मोंगिया स्टील समूह ने पिछले कुछ सालों में सबसे अधिक निवेश प्रॉप्टी खरीदने में किया है। इनकम टैक्स सूत्रों प्रॉप्टी में कई करोड़ के निवेश के संकेत साफ तौर पर दे रहे है। जबकि कच्चे माल से लेकर टीएमटी के खरीद-ब्रिकी का आंकड़ा सौ करोड़ से भी अधिक का है। लेकिन इसका कोई ब्यौरा मोंगिया स्टील समूह के लेखा-जोखा में नहीं पाया गया। जबकि कंपनी के पास सौ करोड़ तक के ब्रिकी का अधिकारिक आंकड़ा होने की बात इनकम टैक्स सूत्र इशारा कर रहे है।
इधर इनकम टैक्स की कार्रवाई सोमवार को गिरिडीह के लाल फेरा में भी खत्म हुआ। जिसमें बगैर किसी लेखा-जोखा के करोड़ो के कच्चे माल की खरीद-ब्रिकी का आंकड़ा सामने आया। मोंगिया समूह कंपनी के तर्ज पर लाल फेरो के संचालक गंगाधर साव और चेतू साव ने बड़े पैमाने पर प्रॉप्टी में करोड़ो का निवेश किया है। इसके संकेत भी इनकम टैक्स सूत्रों ने दिया है।