थानसिंगडीह व साखम गांव में संचालित आरा मिल को वन विभाग ने किया ध्वस्त
- बेड़े पैमाने में जप्त की गई बेशमिकती लकड़ियां
- अवैध रूप से संचालित थी आरा मिल, फर्निचर का निर्माण कर भेजा जा रहा था बिहार
गिरिडीह। तिसरी प्रखंड के थानसिंगडीह ओपी थाना क्षेत्र के थानसिंगडीह में दो अवैध आरा मिल व साखम गांव में एक आरा मिल को डीएफओ प्रवेश अग्रवाल के नेतृत्व में वनविभाग के टीम ने छापेमारी कर ध्वस्त कर दिया। इस दौरान वन विभाग की टीम ने लाखांे रुपये की बेशकीमती लकड़ी जप्त कर गांवा वनक्षेत्र ट्रेक्टर से ले गए।
बताया जाता है कि झारखंड बिहार से सटे थानसिंगडीह गांव में धड़ल्ले से रात दिन आरा मिल चलाया जा रहा था। आस पास के जंगल से सखुआ, गमहार आदि बेशकीमती पेड़ की कटाई कर चोकी, पलंग आदि बनाकर बिहार सप्लाई किया जा रहा था। जिसकी सूचना ग्रामीणो द्वारा डीएफओ को देने के बाद कार्रवाई की गई।
छापेमारी में आरा मिल को उखाड़ दिया गया। आरा मिल के पास दर्जनो ट्रेक्टर सखुआ को बोटा, सिल्ली आदि जप्त की गई। आरा मिल चलाने वाले व्यक्तियों को चिन्हित कर विभाग द्वारा कार्रवाई की जा रही है।
बताया जाता है कि थानसिंगडीह गांव के अलावे बिहार के लकड़ी माफिया भी अवैध आरा मिल का संचालन कर रहे थे। छापेमारी में रेंजर अनिल कुमार, वन उप परिसर पदाधिकारी प्रियेश कुमार विश्वकर्मा, पवन विश्वकर्मा, अशोक यादव, पाबेन्द्र गुप्ता, पप्पू वर्मा, अभिमित राय सहित दर्जनों वनकर्मी मौजूद थे।