दुमका में आयेाजित जनजाति सुरक्षा मंच की डी-लिसटिंग महारैली, गिरिडीह से गए सैंकड़ो लोग हुए रवाना
- सांसद प्रतिनिधि व वनवासी विकास केन्द्र के अध्यक्ष ने कार्यकर्ताओं को किया रवाना
गिरिडीह। उपराजधानी दुमका में आयोजित जनजाति सुरक्षा मंच की डी-लिसटिंग महारैली में शामिल होने के लिए शनिवार की अहले सुबह शहर के बड़ा चौक से दुमका के लिए सैकड़ों की संख्या में जनजाति सुरक्षा मंच के कार्यकर्ता रवाना हुए। जिसमे जिले के डुमरी, पीरटांड, व गांडेय के कार्यकर्ता शामिल थे। इस मौके पर कोडरमा सांसद प्रतिनिधि दिनेश यादव वनवासी कल्याण केंद्र के अध्यक्ष बिनोद केशरी सहित अन्य पदाधिकारियों ने कार्यकर्ताओं को दुमका के लिए रवाना किया।
मौके पर वनवासी कल्याण केंद्र के अध्यक्ष बिनोद केशरी ने कहा कि जनजाति पुरखों की संसकृति ही जनजातियो का संवैधानिक अधिकार है। जिसे वर्षों से नष्ट करने का प्रयास किया जा रहा है। कहा कि जनजाति सुरक्षा मंच के द्वारा अनुसूचित जनजाति से जो लोग दूसरे धर्म में चले जाते हैं उन्हे जनजाति आरक्षण एवं सूची से बाहर करने की मांग उठाई जा रही है और इन्ही मांगों को लेकर दुमका में रैली का आयोजन किया गया है। मंच की मांग है कि 1970 ईसवी से डी-लिसटिंग बिल जो संसद में लंबित है को पारित कराना है। वहीं सांसद प्रतिनिधि दिनेश यादव ने कहा कि जनजातिय सुरक्षा मंच की धरमांतरित जनजाति को आरक्षण सूची से हटाने की जो मांग है वह पूरी तरह से जायज है और उनकी मांगों को पूरा किया जाना चाहिए।
मौके पर वनवासी कल्याण केंद्र जिला सचिव अमित श्रीवास्तव, निशांत शर्मा, प्रवीण मिश्रा, भुनेशवर राज, अमित रंजन, ग्रीष्म भगत, शिवलाल बेसरा, रामलाल मुर्मू, बिरजु मुर्मू, नीलकंठ मल्लाह, बबली देवी, सुनीता देवी, सूरजमणी मुर्मू, बसंती देवी सहित अन्य सदस्यों का सराहनीय योगदान दिया।