गिरिडीह के बिरनी में भैंसूर ने भाई की गर्भवती पत्नी को मारा लात, कोख में पल रहे मासूम की हुई मौत, जाने वजह
गिरिडीहः
गिरिडीह के बिरनी थाना क्षेत्र के टाटो गांव में बकाया पैसे के मांग को लेकर सगे भाईयों के बीच विवाद इतना बढ़ा कि भैंसूर ने भाई की गर्भवती पत्नी की पीटाई कर उसके बच्चे की जान ले लिया। गुरुवार को हुए घटना को अंजाम देने के आरोपी महेन्द्र वर्मा को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। जबकि आरोपी की पत्नी लीलावती देवी और बेटा मदन अब भी फरार है। बिरनी थाना पुलिस के अनुसार आरोपी महेन्द्र वर्मा गुजरात के सूरत स्थित आरकेटी मार्केट में करोड़ो की डकैती के आरोप में जेल की सजा काट चुका है। बिरनी पुलिस की मानें तो इसी साल अप्रेल माह में आरोपी महेन्द्र वर्मा को उसके छोटे भाई पुनीत वर्मा ने घर के निर्माण के लिए डेढ़ लाख का मदद सहयोग किया था। अप्रेल के तीन माह बाद गुरुवार को पुनीत अपने बड़े भाई से डेढ़ लाख मांगने गया। लेकिन आरोपी महेन्द्र वर्मा ने पैसे लौटाने से इंकार करते हुए कहा कि वो नही जानता कि उसे डेढ़ लाख कब दिया था। बकाया मांगने को लेकर पहले दोनों भाईयों में विवाद शुरु हुआ, और मारपीट में बदल गया। आरोपी महेन्द्र वर्मा अपने बेटे और पत्नी के साथ छोटे भाई को पीटना शुरु किया। पति को पीटते देख पुनीत की पत्नी अनिता देवी जब बचाव में आई, तो अनिता के भैंसूर महेन्द्र वर्मा ने उसके बाल पकड़ कर जमीन पर पटक दिया। और उसके गर्भ में पले रहे बच्चे को लात मारा, जिसे पुनीत की गर्भवती पत्नी के कोख में पल रहे बच्चे की मौत हो गई। घटना के बाद पुनीत अपनी पत्नी को लेकर बिरनी के स्वास्थ केन्द्र गया। जहां चिकित्सक ने अनिता देवी की हालत खराब देखते हुए उसे जिला मुख्यालय के चैताडीह स्थित मातृत्व शिशु स्वास्थ केन्द्र रेफर दिया। जहां शिशु स्वास्थ केन्द्र की महिला चिकित्सक ने अनिता देवी के पति को जांच के बाद जानकारी दिया कि उसकी पत्नी का गर्भपात हो चुका है।