नगर निगम क्षेत्र में विकास कार्यों में बरती जा रही है भारी अनियमितता
- वार्ड नंबर 2 स्थित बिशनपुर-इनायत नगर में निर्माण के बाद ही टूटने लगी सड़क
- घटिया कार्य और संसाधनों की बर्बादी के लिए प्रशासन व इंजीनियर की हो सीधी जवाबदेही: माले
गिरिडीह। नगर निगम क्षेत्र के वार्ड नंबर 2 स्थित बिशनपुर-इनायत नगर में सड़क के निर्माण में भारी अनियमितता बरती गई है। जिसकी बानगी सड़क निर्माण के तुरंत बाद सड़क टूटने प्रस्ततु कर रही है। इस बात की जानकारी स्थानीय लोगों द्वारा मिलने के बाद सोमवार को भाकपा माले की एक टीम पहुंची और संवेदक की मौजूदगी में उक्त सड़क निर्माण का जायजा लिया।
टीम में शामिल पार्टी नेता राजेश यादव व राजेश सिन्हा ने सड़क निर्माण का जायजा लेने के साथ ही स्थानीय लोगों से भी बात की। मौके पर स्थानीय लोगों ने सड़क निर्माण कार्य बेहतर ढंग से कराने की मांग की। वहीं, मौके पर मौजूद संवेदक ने माले की टीम को बताया कि विभाग की ओर से सड़क निर्माण का कार्य जल्दबाजी में पूरा करने का दबाव था, जिस कारण इसमें सड़क की बुनियाद में डाली गई नई मिट्टी को ठीक से दबने का मौका नहीं मिला और हड़बड़ी में हुए निर्माण के कारण कई जगह मिट्टी दबने से सड़क टूट गई है। संवेदक का कहना था कि, सड़क बनने के 1 साल तक इसके मेंटेनेंस की जवाबदेही भी उन्हीं की है, इसलिए वे इसे ठीक कराने में लगे हैं।
इधर माले नेताओं ने कहा कि, नगर निगम क्षेत्र में विकास के नाम पर घोर अनियमितता बरती जा रही है। इससे जनता के पैसे की सीधी बर्बादी हो रही है। लेकिन, इस बर्बादी की जवाबदेही तय होने के बजाय एक-दूसरे पर दोषारोपण किया जा रहा है। कहा कि, सड़क निर्माण में एक तरफ जहां प्राक्कलन बनाने में जमीनी हकीकत का ख्याल नहीं रखकर जरूरत से कम ऊंचाई के गार्ड वाल स्वीकृत किए गए, वहीं काम फाइनल करने के चक्कर में हड़बड़ी में सड़क बना दी गई। इस कारण सड़क टूटने से हुई संसाधन की बर्बादी की जिम्मेदारी सीधे तौर पर नगर निगम प्रशासन और संबंधित अभियंताओं की है।
माले ने सड़क निर्माण में हुई अनियमितता, सड़क निर्माण के मानकों के उल्लंघन तथा इस कारण हुई संसाधन की बर्बादी की ढंग से जांच कर इसकी जवाबदेही तय करने की मांग की है। कहा कि विकास के नाम पर नगर निगम क्षेत्र में इस तरह की अनियमितता चलने नहीं दी जाएगी। इसी तरह का माजरा सिहोडीह तथा अंबाटांड़ में भी देखने को मिला है। सिहोडीह में जहां बिना आबादी वाले क्षेत्र में सड़क बना दी गई है, वहीं अंबाटांड़ (मु0) क्षेत्र में भी प्राक्कलन को दरकिनार कर जैसे-तैसे सड़क निर्माण के नाम पर खानापूर्ति की जा रही है। कहा कि यही हाल रहा तो अभी शहरी तथा आसपास के क्षेत्र में 500 करोड़ के विकास के जो सपने दिखाए जा रहे हैं, वे भी लूट की योजनाओं में तब्दील हो जाएंगे और जनता को अपेक्षित विकास नहीं मिल पाएगा।
इस तरह विकास के नाम पर आने में तथा लूट को रोकने के लिए उन्होंने संबंधित क्षेत्र की आम जनता से जागरुक और संगठित होने की अपील की।