मिजल्स रूबेला के रोकथाम को लेकर स्वास्थ्य विभाग ने कार्मेल स्कूल में किया जागरूकता कार्यक्रम
- बच्चों ने निकाली रैली, चिकित्सकों ने अभिभावकों को किया जागरूक
गिरिडीह। मिजल्स रूबेला बीमारी को लेकर कार्मेल स्कूल में स्वास्थ्य विभाग के द्वारा जगारूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस दौरान कक्षा 9 एवं 10 के छात्र-छात्राओं के अलावे स्कूल के शिक्षकों ने एक रैली निकाली और लखारी, शशांक बेड़ा सहित आस पास के मुहल्लों में जाकर लोगों को रूबेला और खसरा को लेकर जागरूक किया। वहीं कार्मेल स्कूल की नई बिल्डिंग में छात्र छात्राओं के अभिभावकों को बुलाकर उन्हें भी स्वास्थ्य विभाग के द्वारा रूबेला बीमारी से संबंधित कई बातों की जानकारी दी गई। इस क्रम में अभिभावकों के मन में उठे वैक्सीन के प्रति सभी शंकाओं को भी दूर किया गया।

मौके पर आरसीएच पदाधिकारी डॉ अशोक कुमार ने बताया कि मिजल्स रूबेला संक्रमित बीमारी है जो कोविड से 19 गुना ज्यादा संक्रमित है। फिलहाल पूरे भारत में ग्रेटर मुंबई के बाद सबसे ज्यादा मरीज़ गिरिडीह में पाई गई है। हालांकि समय पर उपचार होने के कारण सभी ठीक हो रहे हैं। डॉ अशोक ने बताया कि 12 अप्रैल से 5 मई तक 9 महीने से लेकर 15 साल तक के बच्चों को रुबेला का एडिशनल डोज दिया जाएगा। बताया कि गिरिडीह में लगभग नौ लाख बच्चों को मिजल्स रूबेला का एडिशनल डोज देने का लक्ष्य रखा गया है। वहीं कार्मेल स्कूल की प्रिंसिपल सिस्टर ट्रेशिल्डा ने भी अभिभावकों से सभी बच्चों को वैक्सीन दिलाने का आग्रह किया।
मौके पर यूनिसेफ के रीजनल कोऑर्डिनेटर नंद जी दुबे के अलावे स्कूल के निर्मल झा, जगदीप कौशिक, श्वेता, नबमिता, जीबना, दिवाकर मिश्रा, प्रफुल्ल सिंह, उर्मि दत्ता, सीमा, पूनम सहित काफी संख्या में अभिभावक उपस्थित थे।