राज्यपाल ने उप राजधानी दुमका व मुख्यमंत्री ने रांची में फहराया तिरंगा, परेड की ली सलामी
- विकास को गति देने के लिए बनायी जा रही हैं कई नीतियां
- कोरोना प्रोटोकॉल का रखा गया था विशेष ध्यान
- सुरक्षा के किये गये थे कड़े इंतजाम, सुरक्षा में तैनात में थे एक हजार जवान
रांची। रविवार को पूरे देश में हर्षोल्लास के साथ स्वतंत्रता दिवस की 75वीं वर्षगांठ मनाया गया। इस मौके पर जहां राज्यपाल रमेश बैस ने उप राजधानी दुमका ध्वाजारोहण कर परेड की सलामी ली। वहीं सुबे की राजधानी रांची के मोरहाबादी मैदान में आयोजित मुख्य समारोह में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने ध्वजारोहण किया और परेड की सलामी ली।
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने स्वतंत्रता दिवस पर राज्यवासियों को संबोधित करते हुए कहा कि राज्य में विकास को गति देने के लिए कई नीतियां बनायी जा रही हैं। विभिन्न नियुक्ति और परीक्षा संचालन नियमावलियों के गठन और संशोधन की कार्रवाई प्राथमिकता के साथ की गई है। इधर आयोजन के दौरान कार्यक्रम स्थल पर सोशल डिस्टेंसिंग के साथ कुर्सियां लगाई थी। कोरोना गाइडलाइन को देखते हुए मुख्य कार्यक्रम में आम लोगों को आमंत्रित नहीं किया गया था। बच्चे और 60 वर्ष से अधिक के बुजुर्ग को अपने घर पर ही रहकर कार्यक्रम देखने की अपील की गई थी। पूरे कार्यकम का लाइव टेलीकास्ट किया जा रहा था।
मोरहाबादी में मुख्य समारोह को देखते हुए सुरक्षा के कड़े इंतेजाम किये गये थे। रविवार को सुबह 6 बजे से ही दोपहर तक एलपीएन शाहदेव चौक से एसएसपी चौक और मोरहाबादी मैदान की ओर का ट्रैफिक डायवर्ट कर दिया गया। इस दौरान मोरहाबादी मैदान की ओर सामान्य वाहनों का परिचालन बंद था। एसएसपी सुरेंद्र कुमार झा के निर्देश पर शहर और ग्रामीण क्षेत्रों में एंटी क्राइम चेकिंग अभियान चलाया गया। वह खुद सुरक्षा व्यवस्था की मॉनिटरिंग कर रहे थे। राजधानी की सुरक्षा में एक हजार जवान तैनात किए गए थे।