गिरिडीह के अपहृत दवा कारोबारी 13 घंटे बाद ही हुए अपहरणकर्ताओं के चुंगल से मुक्त
अपहरणकर्ताओ के तालाश में जुटी पुलिस
गिरिडीह
गिरिडीह के देवरी के मनकडीहा गांव के दवा कारोबारी पवन कुमार को शुक्रवार सुबह अपहरणकर्ताओं के चुंगल से मुक्त कराने में पुलिस सफल रही। ऑपरेशन को पुलिस ने सिर्फ 13 घंटे में पूरा किया। और बिरनी के पेसम जंगल से मुक्त कराया। पुलिस के बढ़ते दबिश के बाद अपह्राणकर्ताओ ने देवरी के दवा कारोबारी पवन कुमार को जंगल में छोड़ कर फरार हो गए। लेकिन अपहरणकर्ताओं को खोजने का अभियान अब भी जारी है। लिहाजा, अपह्राणकर्ता कौन है और किस गिरोह से जुड़े है इसका पता लगाने में भी पुलिस जुटी हुई हैं। लेकिन पुलिस सूत्रों की माने तो गिरोह बिहार से जुड़ा हुआ बताया जा रहा है। हालाकि इसकी पुष्ठि अभी तक नही हुआ है। फिलहाल ये भी स्पष्ट नहीं हो पाया है की दवा कारोबारी पवन कुमार का अपहरण का कारण क्या रहा, क्योंकिए मुक्त होने के बाद भी पवन कुमार का कहना है की उसका अपहरण फिरौती के लिए किया गया है। जबकि पवन कुमार एक साधारण फार्मासिस्ट बताया जा रहा है। वही देवरी थाना पुलिस अब पवन कुमार के बयान के आधार पर फिरौती के लिए अपहरण के आरोप में केस दर्ज करने में जुटी हुई है। जानकारी के अनुशार देवरी के मनकडीहा गांव के लक्ष्मण दास का बेटा पवन कुमार गुरुवार की देर रात करीब 10 बजे देवरी के चतरो और बिहार के जमुई के चकाई मेन रोड स्थित दवा दुकान को बंद कर वापस लौट रहा था। इसी दौरान पवन को घर लौटने के क्रम में अपहरण कर लिया गया था। देर रात भी घर नहीं लौटने के बाद परिजनों ने मामले की जानकारी देवरी थाना पुलिस को दिया। इसके बाद पुलिस रेस हुई।