चर्चित चिलखारी नरसंहार कांड में शामिल माओवादी कुल्हा को गिरिडीह पुलिस ने दबोचा
- कई नक्सली घटनाओं के कारण गिरिडीह-जमुई पुलिस के लिए बना हुआ था सिरदर्द
- पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी के बेटे की हुई थी हत्या
गिरिडीह। गिरिडीह के भेलवाघाटी थाना पुलिस ने रविवार के देर रात हार्डकोर माओवादी कुल्हा यादव को बिहार के जमुई जिले चरका पत्थर थाना इलाके के बिशनपुर गांव से गिरफ्तार करने में सफलता पाया। भेलवाघाटी थाना पुलिस ने इस हार्डकोर माओवादी को उसके बिशनपुर गांव स्थित घर से ही दबोचा है। जमुई-गिरिडीह के जोनल कमांडर चिराग दा के दस्ते का यह सक्रिय माओवादी बताया जा रहा है। हालांकि गिरिडीह-जमुई के इस दुर्दांत माओवादी पर कोई इनाम होने की पुष्टि फिलहाल नहीं हो पाई है। लेकिन कुल्हा यादव पर जहां जमुई जिले के कई थानों में नक्सली कांड के कई केस दर्ज है। वहीं गिरिडीह के भेलवाघाटी थाना में चिलखारी नरसंहार का थाना कांड संख्या 166/07 और बाशो शाव हत्याकांड का 167/08 दर्ज है।
बताते चले कि इसी चिलखारी नरसंहार में माओवादियों के दस्ते ने राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी के बेटे की हत्या की थी। राज्य के इस चर्चित नक्सली कांड में शामिल यह माओवादी लंबे वक्त से फरार चल रहा था। जानकारी के अनुसार कुल्हा यादव बीते रविवार की रात अपने घर पर ही था। इसी दौरान भेलवाघाटी थाना पुलिस ने चरकापत्थर थाना पुलिस के सहयोग से उसे उसके घर से गिरफ्तार किया।
जानकारी के अनुसार कुल्हा यादव जमुई के साथ गिरिडीह के भेलवाघाटी थाना इलाके में भी सक्रिय रह चुका है। फिलहाल संगठन में इसे हथियार ढोने के लिये रखा गया था। अनगिनत नक्सली घटनाओं के कारण ही कुल्हा यादव दोनों जिले का सिरदर्द बना हुआ था। लिहाजा, इसके गिरफ्तारी को दोनों जिले की पुलिस बड़ी उपलब्धि मान रही है। फिलहाल भेलवाघाटी थाना में इस हार्डकोर माओवादी से पूछताछ किया जा रहा है।