बहुसंख्यक विरोधी होने का आरोप लगाकर गिरिडीह भाजपा ने हेमंत सरकार के खिलाफ दिया धरना
दो दिनों से भाजपा के जारी आंदोलनों से दूरी बना रखा है तीन पूर्व विधायकों व महापौर ने
गिरिडीहः
हेमंत सरकार और विस अध्यक्ष द्वारा विस भवन में नमाज कक्ष बनाने को लेकर भाजपा का आक्रोश अब तेज हो गया है। इसी क्रम में भाजपा के गिरिडीह कमेटी ने दुसरे दिन सोमवार को शहर के अबेंडकर चाौक में धरना दिया। और हेमंत सरकार के साथ विस अध्यक्ष रवीन्द्र नाथ महतो के खिलाफ जमकर नारेबाजी किया। जिलाध्यक्ष महादेव दुबे की अध्यक्षता में हुए धरने में कई भाजपा शामिल हुए। लेकिन एक भी पूर्व विधायक कहीं नहीं दिखें। वैसे इसी मुद्दे पर पिछले दो दिनों से चल रहे आंदोलन के दौरान भाजपा के सारे पूर्व विधायक आंदोलन से गायब है। गांडेय के पूर्व विधायक जयप्रकाश वर्मा की नाराजगी जहां अब भी जिला कमेटी और केन्द्रीय राज्य मंत्री अन्नपूर्णा देवी से बनी हुई है। तो वहीं पूर्व सदर विधायक निर्भय शाहाबादी, नागेन्द्र महतो और प्रभारी महापौर प्रकाश सेठ तक आंदोलनों से खुद को दूरी बनाते दिखे। कमोवेश, ऐसे हालात में फिलहाल यही कहा जा सकता है कि पार्टी एक तरफ हेमंत सरकार का विरोध भी उस तेवर के साथ नहीं कर पा रही है। जिसे तेवर के साथ उसे इन मुद्दों पर सड़क पर नजर आना चाहिए। क्योंकि भाजपा के घर की अदंुरुनी लड़ाई भी खत्म नहीं हुई।
इधर अबेंडकर चाौक में हुए धरने में पार्टी के कई नेता व कार्यकर्ता मौजूद थे। प्रर्देश कार्यसमिति सदस्य सुरेश साव, किसान मोर्चा के अध्यक्ष दिलीप वर्मा, चुन्नूकांत, सुभाष चन्द्र सिन्हा, यदुनंदन पाठक, सांसद प्रतिनिधी दिनेश यादव, नवीन सिन्हा, एजाज अहमद सोनू, निर्भय सिंह, मनोज मोर्या, पूर्व महापौर सुनील पासवान, संगीता सेठ, दारा हाजरा, मनोज संघई, हरमिंदर सिंह बग्गा, राजेश गुप्ता, ज्योति शर्मा समेत कई मौजूद थे। इस दौरान धरने में एक-एक नेता और कार्यकर्ता हाथों में हेमंत सरकार विरोधी लिखी तख्तियों के साथ बैठे थे। तो हेमंत सरकार पर बहुसंख्यक विरोधी होने का भी आरोप लगाते हुए कहा कि कांग्रेस का इशारा जिस प्रकार हेमंत सरकार को मिल रहा है। उसी इशारे पर यह सरकार काम भी कर रही है।