एमपीएल और गिरिडीह कोलियरी के खिलाफ जेनरल मजदूर यूनियन ने फिर शुरु किया आंदोलन
गिरिडीहः
मैथन पाॅवर लिमिटेड का गिरिडीह कोलियरी से कोयला उठाव के खिलाफ आंदोलन एक बार फिर तेज हो गया है। लेकिन इस बार एमपीएल के खिलाफ मोर्चा भाकपा माले के जेनरल मजदूर यूनियन ने खोला। सोमवार को ही माले नेता राजेश यादव और राजेश सिन्हा के नेत्तृव में ओपेन काॅस्ट खदान में जेनरल मजदूर यूनियन के सैकड़ो कार्यकर्ताओं ने प्रतिवाद मार्च निकाला। और कोलियरी प्रबंधन के साथ एमपीएल के खिलाफ जमकर नारेबाजी किया। लाल झंडे के साथ यूनियन के कार्यकर्ताओं ने इस दौरान पूरे ओपेन काॅस्ट खदान में प्रतिवाद मार्च निकाल कर कोलियरी प्रबंधन का विरोध किया। खदान में निकाले गए प्रतिवाद मार्च के दौरान यूनियन और माले नेताओं ने विरोध दर्ज कराते हुए कहा कि गिरिडीह की एक कोलियरी करीब तीन सालों से बंद पड़ी हुई है। वहीं अब एमपीएल को उसके शर्त पर कोयला उठाव की अनुमति देकर प्रबंधन ने स्थानीय बेरोजगारों को छलने का काम किया।
माले नेताओं ने झामुमो और सदर विधायक पर आरोप लगाते हुए कहा कि सब सत्ता के इशारे पर हुआ। नहीं तो एमपीएल व उसके सिडिंकेट के सदस्यों में हिम्मत नहीं थी, कि यहां के कोलियरी से एमपीएल का कोयला उठाव हो सके। खदान के इलाके में प्रतिवाद मार्च निकालने के बाद यूनियन के नेताओं ने रोड सेल के सहारे एमपीएल को कोयला देने का मांग किया। और ओपेन काॅस्ट खदान प्रबंधक को ज्ञापन भी सौंपा। जिसमें रोड सेल के सहारे एमपीएल को कोयला देने समेत कोयला उत्पादन का 50 प्रतिशत हिस्सा लोकल सेल के माध्यम से उठाव करने और एमपीएल के पाॅवर प्लांट को रेलवे रैक से कोयला उपलब्ध कराने की मांग शामिल थी।