गायत्री परिवार ने गायत्री जयंती के मौके पर किया दीप यज्ञ का आयोजन
- वर्तमान शिक्षा पद्धति विद्या का घोर अभाव: युवा प्रभारी
गिरिडीह। अखिल विश्व गायत्री परिवार द्वारा पिंडाटांड़ पंचायत के ग्राम बकौईया में गायत्री जयंती के शुभ अवसर पर दीप महायज्ञ का आयोजन किया गया। यह कार्यक्रम घर-घर यज्ञ घर-घर संस्कार कार्यक्रम के तहत आयोजित किया गया। मौके पर 251 दीप को जलाकर पूरे ग्रामीणों के द्वारा श्रद्धा भाव से यज्ञ भगवान को वेदमंत्र गायत्री एवं अन्य मंत्रों से आहुतियां प्रदान की गई।
मौके पर जिला युवा प्रभारी अरुण कुमार ने कहा कि वर्तमान समय में युवाओं में आत्मबल एवं प्राण बल का घोर अभाव हो गया है। इसे पूरा करने के लिए सूर्य का ध्यान एवं गायत्री मंत्र का जप परम आवश्यक है। प्राचीन काल में भारत के हर घर में वेद मंत्र गायत्री की उपासना होती थी। जिससे घर-घर में संस्कारवान बच्चे पैदा लेते थे और राष्ट्र, धर्म और संस्कृति को ऊंचा उठाने में अपना समय साधन लगाते थे एवं अपना जीविकोपार्जन भी करते थे। वर्तमान शिक्षा पद्धति हमें केवल धनाअर्जन की शिक्षा देती है और उसमें विद्या का घोर अभाव हो गया है। जिसके कारण समाज में संस्कारहीनता बढ़ती चली जा रही है। इन समस्याओं के निदान के लिए ही अखिल विश्व गायत्री परिवार के द्वारा गांव-गांव में जाकर गायत्री महायज्ञों का आयोजन कर लोगों को सकारात्मक चिंतन अपनाने एवं नकारात्मक चिंतन त्यागने का आग्रह किया जाता है।
ग्रामीणों के द्वारा अपने जीवन की एक-एक बुराई त्यागने एवं जीवन में एक अच्छे कार्य करने का संकल्प लिया गया। साथ ही जीवन भर नशा नहीं करने एवं आने वाले वर्षा ऋतु में वृक्षारोपण करने का भी संकल्प लिया।
कार्यक्रम को सफल बनाने में कामेश्वर सिंह, मुखिया विश्वनाथ प्रसाद वर्मा, रामकृष्ण महतो, सूकर महतो, तेजलाल वर्मा, भुनेश्वर महतो, जितेंद्र शर्मा, प्रकाश मंडल, नरेश प्रसाद यादव का सहयोग प्राप्त हुआ।