आरोप प्रत्यारोप के बीच पूर्व सीएम ने हेमंत सरकार पर बोला जोरदार हमला
- पद का दुरूपयोग कर लाभ लेने का लगाये कई आरोप
- आदिवासियों के हित में किये गये कार्य के लिए डिबेट की दी खुली चुनौती
रांची। झारखंड में पक्ष और विपक्ष के बीच जारी आरोप प्रत्यारोप के बीच पूर्व मुख्यमंत्री सह भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष रघुवर दास ने कहा कि हेमंत सरकार पर जोरदार हमला बोला है। उन्होंने कहा कि झामुमो के लोग उन्हें तलाश रहे थे, लेकिन वे कहीं गये नही बल्कि हेमंत सरकार की गड़बड़ियों को उजागर करने में लगे हुए थे।
कहा कि सीएम हेमंत सोरेन की पत्नी कल्पना मुर्मू सोरेन मूलरूप से ओडिशा की निवासी हैं, लेकिन 2009 में उन्होंने दो सेल डीड से 13 कट्ठा से अधिक आदिवासी जमीन हरमू इलाके में खरीदी थी। दोनों डीड में पति हेमंत सोरेन के बजाय पिता अंपा मांझी का नाम दर्शाया है। साथ ही जाति संताल बताते हुए हरमू कॉलोनी निवासी बताया है। उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि किसी अन्य राज्य का आरक्षित व्यक्ति झारखंड में आरक्षण का लाभ नहीं ले सकता है। सीएनटी जमीन खरीद के लिए उसी थाना क्षेत्र का आदिवासी होना भी अनिवार्य है। दोनों मामलों में एक्ट का उल्लंघन व गलत जानकारी देकर जमीन खरीदी गई है।
उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि सोहराय भवन के पते पर ही सोहराय लाइवस्टॉक फर्म खोला गया। इसके लिए भी आदिवासियों के उद्योग के लिए आरक्षित 11 एकड़ जमीन का आवंटन कराया गया। इस कंपनी में पार्टनर भी कल्पना सोरेन व उनकी बहन सरला मुर्मू हैं। यह भी पद के दुरुपयोग का मामला बनता है।
मौके पर रघुवर दास ने खनन मंत्री पर भी मुकदमा दर्ज करने की मांग करते हुए कहा कि जब सरकार की खनन सचिव के खिलाफ कार्रवाई हो सकती है तो फिर मंत्री पर क्यूं नही हो सकती है। कहा कि खनन सचिव ने हेमंत सरकार के संरक्षण में ही अवैध कमाई की है।
इस क्रम में उन्होंने सीएम हेमंत सोरेन को डिबेट के लिए खुली चुनौती देते हुए कहा कि जब भी कोई मामला सामने आता है तो मुख्यमंत्री आदिवासी का नाम लेकर बचाव करती है, लेकिन आदिवासियों के मुद्दे पर किसने क्या काम किया है, वह खुले डिबेट में ही पता चल जायेगा।