पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी ने हेमंत सरकार पर साधा निशाना
- कहा बालू और पत्थर के अवैध कारोबार में हेमंत सरकार के अधिकारी के साथ झामुमो नेता भी शामिल
गिरिडीह। पूर्व सीएम बाबूलाल मरांडी ने एक बार फिर झारखंड के हेमंत सरकार के साथ साथ गिरिडीह के दोनो विधायकों पर हमला बोला है। सोमवार की देर शाम पूर्व सीएम बाबूलाल मरांडी भाजपा नेता सुरेश साहू के शास्त्री नगर आवास पर महापर्व छठ का प्रसाद ग्रहण करने पहुंचे थे। जहां पत्रकारों से बात करते हुए पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी ने कहा कि पहले सिर्फ उन्हें संदेह था की हेमंत सरकार का बालू और पत्थर के अवैध कारोबारियों के साथ मिली भगत है। लेकिन अब यकीन हो गया है कि हेमंत सरकार बालू, कोयला और पत्थरों के अवैध कारोबार में खुल कर पैसे कमा रही है। राज्य के अधिकारी के साथ दलाल और झामुमो नेता लूटने में लगे हुए है। तीनो मिलकर पैसे कमा रहे है। क्योंकि हैरानी की बात है की साहिबगंज में कारवाई के दौरान ईडी ने अपने चार्जशीट में डीसी और डीएमओ तक के नाम को शामिल किया है। इसके बाद हेमंत सरकार इन दोनांे अधिकारयों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं कर रही है। जिससे साफ जाहिर होता है कि जो भी हो रहा है वो सरकार के इशारे पर ही हो रहा है।
कहा कि एक तरफ हेमंत सरकार बालू, कोयला और पत्थरों को लुटा कर पैसे कमा रही है और दूसरी तरफ गिरिडीह और कोडरमा में मजदूरों के रोजगार के साधन माइका को ठप कर दिया गया है। वन विभाग को माइका कारोबार को लेकर खुला छोड़ दिया गया है, चाहे वो फिर वन विभाग से बाहर के इलाके से निकल रहा हो, या वन विभाग के अंदर के इलाके से निकल रहा हो। क्योंकि अब तो वन विभाग माइका कारोबारी के घर घुस कर उन्हे टॉर्चर कर रही है। लिहाजा, भाजपा ने भी प्रण लिया है की जब तक हेमंत सरकार को सत्ता से बाहर नहीं निकाल देती, तब तक शांत नहीं बैठने वाली। इसलिए सात नवंबर से राज्य सरकार के खिलाफ प्रखंड स्तर से आंदोलन शुरू किया जाएगा। जिसमे भाजपा की ओर से कोडरमा और गिरिडीह में ठप पड़े माइका कारोबार के खिलाफ भी लोकतांत्रिक तरीके से आंदोलन किया जाना है।
पत्रकारों से बातचीत के क्रम में भाजपा के जिला अध्यक्ष महादेव दुबे, प्रदेश कार्यसमिति सदस्य सुरेश साहू, जिला महामंत्री संदीप डंगाईच, पूर्व मेयर सुनील पासवान, मनोज संघई, राजेश जायसवाल समेत कई भाजपा नेता और कार्यकर्ता मौजूद थे।