गिरिडीह के झारखंडधाम और बगोदर के हरिहरधाम में भी शिवरात्रि की रही धूम, उमड़ा शिवभक्तों का सैलाब
झारखंडधाम के छततविहीन शिवमंदिर रहा भक्तों के आर्कषण का केन्द्र
गिरिडीहः
शिवरात्रि की धूम गिरिडीह के बगोदर स्थित गिरिडीह-हजारीबाग रोड स्थित हरिहरधाम में दिखा। जहां दशकों पुराने 65 फीट बड़ा और लंबा शिवलिंग में ही शिवभक्तों की भीड़ उमड़ी। हर साल महाशिवरात्रि को लेकर हरिहरधाम में होने वाले इस खास आयोजन के मौके पर शिवरात्रि में अहले सुबह से ही भक्तों की भीड़ जुटी शुरु हो गई थी। पूरे जिले के इस दुसरे अतिमहत्पूर्ण शिवालय को जहां पूजा समिति के सदस्यों द्वारा खास तौर पर सजाया गया था। वहीं 65 फीट बड़े शिवलिंग के भीतर भगवान शिव के शिवलिंग की पूजा के लिए भक्तों के भीड़ जुटी। इस दौरान शिवभक्त पुजारियों से संकल्प की विधी पूर्ण कराकर जलाभिषेक के साथ पूजा-अर्चना किया। दोपहर तक बगोदर के हरिहरधाम में भक्तों ने पूरे विधी-विधान के साथ भगवान शिव और माता पार्वती का आराधना किया।
बगोदर के स्वतंत्र पत्रकार श्रीप्रकाश बरनवाल की मानें तो हर साल बगोदर के इस हरिहर धाम मंदिर में झारखंड समेत उड़ीसा, बंगाल, यूपी समेत कई राज्यों के शिवभक्तों का जुटान होता है। और जलाभिषेक के बाद पूजा-अर्चना करते है। स्वतंत्र पत्रकार श्रीप्रकाश ने बताया कि बगोदर के हरिहरधाम के इस 65 फीट बड़े शिवलिंग की स्थापना कोलकाता के अमरनाथ मुखोपध्याय द्वारा कराया गया था। उनके नेत्तृव में इस भव्य शिवलिंग का नक्शा तैयार किया गया था। इसके बाद से ही इसकी मान्यता बढ़ता गया। जबकि शिवभक्तों के भक्ति का केन्द्र गिरिडीह के धनवार स्थित झारखंडधाम में भी जलाभिषेक के लिए उमड़े शिवभक्तों के अब तक के सारे रिकार्ड टूट गए। क्योंकि छतविहीन इस झारखंड धाम में मान्याताओं के अनुसार भक्तो ंने जलाभिषेक करने के साथ पूजा-अर्चना किया। इस दौरान झारखंड धाम के शिवगंगा जलाशय में भक्तों ने आस्था की डूबकी लगाई। इसके बाद जलाभिषेक और पूजा-अर्चना के लिए मंदिर प्रवेश किया। अधिकारी से लेकर हर आम व खास भक्तो ंकी भीड़ झारखंड धाम में देखने को मिला। सुबह से शुरु हुए पूजा-अर्चना का दौर दोपहर तक जारी रहा।