प्रतिबंध हटने के पांच सालों बाद गिरिडीह मजदूर संगठन समिति ने मनाया सम्मेलन, कई बड़े नेता हुए शामिल
गिरिडीहः
प्रतिबंधित के लिस्ट से हटने के पांच सालों बाद गिरिडीह मजदूर संगठन समिति का सांतवा जिला सम्मेलन शनिवार को डाड़ीडीह के विवाह भवन में मनाया गया। सम्मेलन में काफी संख्या में समिति के कार्यकर्ताओं ने हिस्सा लिया। तो आयोजन स्थल को भी लाल झंडे से सजा दिया गया था। कई बड़े रुसी क्रांतिकारियों के फोटो आयोजन स्थल में पांच सालों बाद लगे, और शहीद वेदी पर माल्यार्पण के साथ लाल झंडा फहराया गया। इस दौरान सम्मेलन में संगठन समिति के केन्द्रीय संयोजक बच्चा सिंह के साथ मधुबन शाखा के सचिव मनोज महतो और गिरिडीह शाखा सचिव अमित यादव समेत कई शामिल हुए। मौके पर सम्मेलन को संबोधित करते हुए केन्द्रीय संयोजक बच्चा सिंह जनविरोधी नीतियों पर हेमंत और मोदी सरकार पर जमकर बरसे। कहा कि सरकार की नीतियों ने शिक्षिक बेरोजगारों को परेशान कर दिया है। मंहगाई की आग बुझने के बजाय और फैलती जा रही है। हर आम आदमी की आय घट चुका है। लेकिन किसी सरकार और किसी दल को इसकी चिंता नहीं। वैसे संबोधन के दौरान केन्द्रीय संयोजक ने रेलवे, एलआईसी के नीजिकरण पर चिंता जाहिर करते हुए कहा कि अगर इन बड़े सार्वजनिक उपक्रमों का नीजिकरण हुआ, तो उस सरकार को इसकी फिक्र होनी चाहिए। क्योंकि इसे सबसे अधिक प्रभावित उनसे जुड़े कामगार होगे। और सभी जानते है कि रेलवे की तरह एलआईसी में करोड़ो श्रमिक नौकरी कर रहे है।
इस बीच सम्मेलन को समिति के कई और नेताओं ने संबोधित करते हुए कहा कि संगठन की लड़ाई सम्राज्यवाद के खिलाफ है। किसी व्यक्ति विशेष के खिलाफ नहीं। संगठन हर सरकार से सिर्फ यही चाहता है कि मजदूर और श्रमिक जिस सरकारी उपक्रम से जुड़े है उनकी हिस्सेदारी भी उस उपक्रम में हो। जबकि सम्मेलन में थानू महतो, पवन यादव, कन्हाई पांडेय, भूपलाल राय, अमित यादव, बज्रेशवर प्रसाद, किशोरी राय, गुलाब कोल समेत काफी कार्यकर्ता सम्मेलन में शामिल हुए। सम्मेलन में कई कार्यकर्ताओं ने शहीद मजदूरों की याद में कई क्रांतिकारी गीत भी पेश किया।