एडवा, बीजीभीएस, सीटू ने मनाया अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस
कोडरमा। दरिया की कसम मौजों की कसम, यह तानाबाना बदलेगा, तुम बोलेगी मुंह खोलेगी, तब ही तो जमाना बदलेगा। अखिल भारतीय जनवादी महिला समिति (एडवा), भारत ज्ञान विज्ञान समिति (बीजीभीएस) और सीटू के संयुक्त तत्वावधान में उक्त गीत के साथ अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस मनाया गया। झुमरी तिलैया के वीर कुंवर सिंह चैक स्थित अवध्या क्लासेस में आयोजित अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस कार्यक्रम में महिलाओं के मुद्दे पर चर्चा किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता एडवा की जिला संयोजक पूर्णिमा राय व संचालन समता ज्ञान विज्ञान समिति की संयोजिका अनीता कुमारी ने किया।
महिलाओं के श्रम का करना होगा सम्मान
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए सीटू राज्य कमिटी सदस्य संजय पासवान ने कहा कि जब भी महिलाओं के श्रम का हिसाब किया जायेगा, विश्व इतिहास की सबसे बड़ी चोरी पकड़ी जाएगी। इसलिए महिलाओं के श्रम का सम्मान करना होगा। केन्द्र सरकार की जनविरोधी नीतियों के चलते बढ़ती मंहगाई, गैस सिलेंडर के बढते दाम का सीधा असर महिलाओं पर पढ़ रहा है। जिसके खिलाफ महिलाओं को एकजुट होना होगा।
किसान सभा के असीम सरकार ने कहा कि एक तरफ महिलाएं सभी क्षेत्र में आगे बढ़ रही है, दूसरी तरफ आये दिन महिलाओं के साथ छेड़ छाड़, बलात्कार, दहेज हत्या जैसी घटनाएं लगातार बढ़ रही है। बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ का नारा देने वाली सरकार मे बेटियां सुरक्षित नहीं है।
मजदूर कर्मचारी समन्वय समिति के जिला सचिव दिनेश रविदास ने कहा कि मोदी सरकार की निजीकरण की नीति और श्रम कानूनों में संशोधन व उनके अधिकार छीने जाने से महिलाओं पर सबसे ज्यादा प्रभाव पड़ेगा।
निर्माण मजदूर यूनियन के संयोजक प्रेम प्रकाश ने कहा कि महिलाओं को आज भी दोयम दर्जे का नागरिक समझा जाता है, बिल्डिंग निर्माण के काम में लगे महिला मजदूरों को मजदूरी कम दिया जाता है। महिलाएं यौन उत्पीड़न का शिकार होती है। इसके खिलाफ भी महिलाओं को बोलना होगा। बीजीभीएस के जिलाध्यक्ष रामरतन अवध्या ने महिला संगठन को मजबूत कर एकजुट संघर्ष का आह्वान किया।
ये थे उपस्थित
कार्यक्रम में सीटू नेता महेन्द्र तुरी, रिंकु देवी, मीना देवी, पुनम देवी, जगरानी देवी, बबीता देवी, सुषमा देवी, गायत्री देवी, रूबी देवी, संगीता देवी, अनीता देवी, पिंकी देवी सहित दर्जनों महिलाएं मौजूद थी।