डीआरडीए डायरेक्टर ने की मनरेगा योजनाओं की जांच
- बिना कूप निर्माण कराए राशि निकासी का मामला आया सामने
- अधूरे पड़े आवास योजना को पूरा करने का दिया निर्देश
गिरिडीह। गावां प्रखंड अंतर्गत मंझने पंचायत में बुधवार को गिरिडीह मनरेगा डायरेक्टर आलोक कुमार ने पीएम आवास, अंबेडकर आवास, मनरेगा योजना की जांच करने के लिए पहुंचे। जांच के दौरान मनरेगा कूप बनाये बगैर ही राशि निकाल लेने का मामला सामने आने की बात कही। उन्होंने कहा कि मंझने पंचायत में एक पीएम आवास योजना अधूरा पड़ा था जबकि राशि का निकासी कर ली गई है।
पत्रकारों से वार्ता करते हुए बताया कि मंझने गांव में कई अधूरे पीएम आवास पड़े है। कई सक्षम व्यक्ति को भी पीएम आवास का लाभ दिया गया है। एक आवास को जरूरत से ज्यादा बना दिया गया है। जिससे साबित होता है कि वह व्यक्ति सक्षम घर बनाने में सक्षम है। जांच में पता चला है कि लाभुक कोलकता में रह कर अपना काम करता है। उन्होंने कहा कि पंचायत सेवक को निर्देश दिया गया है कि ढलाई का कार्य शीघ्र पूर्ण करवाये अन्यथा पैसे को खाते में स्लेंडर करवाये। सभी लंबित आवासों को 90 दिनों के अंदर पूर्ण करवाने का निर्देश दिया गया।
कहा कि मनरेगा कूप आदि में भी गड़बड़ियां मिली कई कूप अधूरे पाए गए। जबकि राशि का निकासी कर लिया गया है। सेरूआ मे पूर्व में परियोजना पदाधिकारी द्वारा जांच किया गया है जांच के बाद डीडीसी को रिपोर्ट सौप दिया गया है। डीडीसी से मुझे जांच करने का आदेश मिला है। एक दो दिनों में जांच कर दोषियों पर कार्रवाई किया जाएगा।