गिरिडीह के अरगा नदी में बना पुल का हिस्सा टूटने के मामले में विभागीय सचिव गंभीर
- कार्यपालक अभियंता को किया शोकॉज, संवेदक को खुद के खर्चे पर बनाना होगा टूटे पुल का हिस्सा
गिरिडीह। गिरिडीह-जमुई को जोड़ने वाली भेलवाघाटी के अरगा नदी पर निर्माणधीन पुल के टूटने के मामले को पथ निर्माण विभाग के सचिव ने काफी गंभीरता से लिया है। उन्होंने मामले में ओम नम शिवाय एजेंसी के ठेकेदार रंजन गुप्ता को आर्थिक दंड लगाने का निर्देश दिया है। साथ ही पथ प्रमंडल के कार्यपालक अभियंता विनय कुमार को शोकॉज कर जवाब मांगा है।
कार्यपालक अभियंता विनय कुमार सोमवार को दूसरी बार टूटे पुल का जायजा लेने के लिए भेलवाघाटी पहुंचे। इस दौरान कार्यपालक अभियंता विनय कुमार ने पुष्ठि करते हुए कहा कि सचिव के निर्देश के आधार पर अब ओम नम शिवाय एजेंसी के संवेदक को नुकसान की भरपाई करना है। सचिव के निर्देश का इतंजार है, निर्देश के आधार पर संवेदक पर ठेकेदार के खिलाफ केस दर्ज कराया जा सकता है। साथ सिक्योरिटी मनी को भी सीज करने का भी निर्देश मिल सकता है। फिलहाल, बारिश के बाद नदी में आए तेज बहाव के कारण पुल का एक बड़ा हिस्सा टूटकर बहने की घटना से करीब डेढ़ करोड़ के नुकसान का अनुमान है।
इधर सचिव के निर्देश के बाद संवेदक ने गिरिडीह पथ प्रमंडल को को एक अंडर टेकिंग लिख कर दिया है की जो भी नुकसान हुआ है उसकी भरपाई उनके द्वारा किया जाना है। नुकसान का अतिरिक्त राशि खर्च करने का कोई दावा विभाग पर नही किया जाएगा।
विदित हो कि पांच साल पुराना योजना का कार्य अधूरा था और बारिश में संवेदक रंजन गुप्ता के द्वारा जब सेंट्रिंग सेट कर ढलाई किया गया तो नदी में आये तेज बहाव के कारण पुल का एक स्पेन टूट कर गिर पड़ा, और तेज बहाव में सब बह गया। वहीं एक पुल भी टेढ़ा हो गया। जिससे करीब डेढ़ करोड़ के नुकसान की बात सामने आई है।